चंदौली

लोकसभा चुनाव 2024 : डॉ विनोद बिंद होंगे भदोही से भाजपा प्रत्यासी, जानिए आर्थोपेडिक सर्जन से राजनेता बनने तक का सफर.

The News Point : भाजपा ने बहुप्रतीक्षित भदोही सीट से प्रत्याशी का ऐलान कर दिया है. यहां से विनोद कुमार बिंद को टिकट दिया है. विनोद बिंद अभी मझवां सीट से विधायक हैं. मौजूदा सांसद रमेश बिंद को रिप्लेस करते हुए भाजपा ने उन्हें प्रत्यासी घोषित किया है. वहीं भदोही से इंडी गठबंधन की तरफ से TMC के कैंडिडेट ललितेश पति त्रिपाठी चुनाव लड़ रहे हैं.

विदित हो कि 2022 के विधानसभा चुनाव में मिर्जापुर के मझवां से समाजवादी पार्टी से टिकट मांग रहे डॉ. विनोद कुमार बिंद को असफलता मिली थी. सपा के लिए उन्होंने लंबे समय तक प्रचार भी किया था. आखिरी समय में उन्होंने निषाद पार्टी का दामन थामा था और फिर एनडीए के प्रत्याशी के तौर पर बड़ी जीत दर्ज किए थे.

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बता दें कि भाजपा प्रत्यासी मूलरूप से चन्दौली के कवई पहाड़पुर के रहने वाले है. जो कि बेहद ही सामान्य परिवार जन्मे और आर्थिक विषमताओं के बीच अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया और गोल्ड मेडल प्राप्त करते हुए आर्थोपेडिक सर्जन बने. उन्होंने बतौर डॉक्टर गरीब जरूरत मंदों की दिल खोलकर मदद की, और बहुत ही कम दिनों में चन्दौली जिले के सबसे बड़े डॉक्टर के तौर पर अपनी पहचान स्थापित की. 

इस दौरान वे अपने समाज और लोगों के बीच एक आइडियल के तौर पर उभरे. बिंद बिरादरी समेत गरीब बच्चियों की सामूहिक शादी का बीड़ा उठाया. पिछले 10 सालों में करीब 1 हजार बेटियों की शादी का जिम्मा उठाया. उनकी उभरती सामाजिक क्षवि से प्रभावित होकर अखिलेश यादव ने उन्हें पार्टी जॉइन कराते हुए प्रदेश कार्यकारिणी में शामिल किया. लेकिन मिर्जापुर के मझवां विधानसभा सीट से टिकट न मिलने पर निषाद पार्टी जॉइन करते हुए बतौर एनडीए उम्मीदवार चुनाव लड़े और कम समय मिलने के बावजूद प्रचंड जीत दर्ज की.

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इस जीत ने उन्हें विशेषज्ञ डॉक्टर से एक मझे हुए राजनेता के तौर पर पहचान दी. विधायक बनने के लिए बाद उनका राजनैतिक और सामाजिक दायरा बढ़ा. वे मिर्जापुर के साथ ही भदोही में ही खासे सक्रिय रहे. जिसके बाद लोगों के बीच उन्हें सांसद बनाने आवाज बुलंद होने लगी. खास बात यह है कि डॉ विनोद बिंद चन्दौली मिर्जापुर भदोही समेत पूर्वांचल में बिंद बिरादरी के बड़े नेता माने जाते है. भदोही सीट पर उनके टिकट मिलने से भाजपा को चन्दौली और मिर्जापुर सीट पर भी खासा फायदा होगा. साथ ही भदोही में बिंद बाहुल्य क्षेत्र में भाजपा ने पिछड़ा कार्ड खेलकर समीकरण साधने की कोशिश की.

गौरतलब है कि ललितेश पति त्रिपाठी 2012 में मिर्जापुर के मड़ीहान से विधायक रहे हैं. वे पूर्व मुख्यमंत्री कमलापति त्रिपाठी के परपोते हैं. 2021 में उन्होंने कांग्रेस छोड़कर टीएमसी ज्वाइन किया था और अब सपा के टिकट पर भदोही से उम्मीदवार है.

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