The news point : जिले में मेडिकल कॉलेज को लेकर सियासत रुकने का नाम नहीं ले रही है. पंडित कमलापति त्रिपाठी जिला संयुक्त चिकित्सालय पर टांगे और हटाये गए बोर्ड ने इस मामले में आग में घी डालने का काम किया है. फिर क्या मेडिकल कॉलेज के मुद्दे को लेकर सरकार को घेरने में जुटे सपा के पूर्व विधायक मनोज सिंह डब्लू को बैठे बिठाए मुद्दा मिल गया. जिसके बाद मामले की सच्चाई जानने के लिए लिए पूर्व विधायकमनोज सिंह मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल से मुलाकात कर हकीकत जानने का प्रयास किया. लेकिन बोर्ड लगाने हटाने के विवाद से पल्ला झाड़ते हुए इस पूरे मामले के जांच के आदेश दे दिए.
दरअसल पिछले दिनों पंडित कमलापति त्रिपाठी जिला संयुक्त चिकित्सालय में बाबा कीनाराम स्वशासी मेडिकल कॉलेज चन्दौली के नाम से बोर्ड टांग दिया. जिसको लेकर चर्चा शुरू हो गई. जिसके बाद तथाकथित कारणों से उस बोर्ड को हटा दिया गया. बोर्ड लगाने की वजह और हटाने का कारण जानने पूर्व विधायक मनोज जिला अस्पताल पहुँचे. लेकिन मेडिकल कालेज के प्रिंसिपल ने इस पूरे मामले की जानकारी से हाथ खड़े कर दिए.
पूर्व विधायक ने आरोप लगा दिया भाजपा के लोग जनता को मेडिकल कॉलेज के नाम पर चुना लगाने का काम कर रहे है. सपा सरकार में राजकीय मेडिकल कॉलेज चन्दौली पास हुआ था. लेकिन भाजपा सरकार उसे स्वशासी करने का काम किया है. अब यह लोग सोच रहे चुनाव बीत जाए तब ऑटोनोमस का बोर्ड लगाने का काम करें. हमारी मांग है कि यह मेडिकल कालेज राजकीय रहे. ताकि गरीबों PDA के लोगों के लिए बच्चे भी पढ़कर लिखकर डॉक्टर बन सकें.
इस मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ आनंद मिश्र ने बताया कि यह बोर्ड किसके आदेश पर लगा और किसके आदेश पर हटाया गया. इसकी जानकारी नहीं है. 3 सदस्यीय टीम का इस मामले का जांच कर 72 घण्टे में अपनी रिपोर्ट देगी. जिसके आधार पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी. कहा कि मेडिकल कॉलेज के नाम में संशोधन होना है. जिसके बाबत शासन से पत्राचार किया गया है. जल्द ही संसोधित नाम लिखकर बोर्ड लगा दिया जाएगा.