गाजीपुर के एक कोचिंग संचालक ने ठगी के शिकार हुए युवकों को बिहार सरकार के एलडीसी पद का नियुक्ति पत्र और आई कार्ड दिया था. उसने इन सभी को बिहार सचिवालय में भी घुमाया. पीड़ितों के अनुसार, 129 लोगों को नियुक्ति पत्र दिया गया था. सभी अभ्यर्थियों को विश्वास दिलाने के लिए उनके खाते में टोकन मनी के रूप में 469 रुपये भेजे गए थे.
10 लाख रुपए दो और बिहार सरकार के सचिवालय में सरकारी नौकरी पाओ… इस तरह का सपना दिखाकर गाजीपुर के एक कोचिंग संचालक ने सैकड़ो युवाओं से लाखों रुपयों की ठगी कर डाली. आरोपी ने फर्जी नियुक्ति पत्र और सचिवालय में एलडीसी पद का आई कार्ड भी जारी कर दिया. जब युवक वहां नौकरी ज्वाइन करने गए तब उन्हें पता चला कि वह तो ठगी के शिकार हो गए हैं. मामले की शिकायत गाजीपुर एसपी से की गई है.
ठगी का शिकार हुए पीड़ित युवकों ने जिले के नगदिलपुर गांव के रहने वाले विनोद गुप्ता के खिलाफ शिकायत की है. आरोपी बकसू बाबा अकादमी के नाम से पुलिस भर्ती, आर्मी भर्ती की कोचिंग चलाता है. पीड़ितों का कहना है कि आरोपी कोचिंग की आड़ में फर्जी तरीके से नौकरी लगाने का भी काम करता है. शिकायत में पीड़ित युवाओं ने उससे संबंधित सभी प्रमाण पत्र भी दिए.
विरोध किया तो थमा दिए फर्जी चेक-
पीड़ितों के मुताबिक, जब कुछ युवाओं ने विरोध किया तो आरोपी ने उन्हें 8 से 9 लाख रुपए का चेक भी वापस कर दिया. लेकिन वह भी फर्जी साबित हुआ क्योंकि जिस खाते से वह चेक काटा गया उस खाते में पैसा ही नहीं था. इतना ही नहीं आरोपी ने सभी युवाओं को टोकन मनी के रूप में वेतन का 469 रुपया भी उनके खाते में भेजे, ताकि युवाओं को नौकरी लगे होने का विश्वास हो. वहीं पुलिस ने अभ्यर्थियों की शिकायत पर रेवतीपुर थाने में पांच आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है.
कोचिंग में देता था नौकरी दिलाने का लालच-
मामला जिले के रेवतीपुर ब्लाक के नकदीलपुर गांव में चलने वाला बकसु बाबा कोचिंग सेंटर का है. जहां आसपास के गांव के साथ ही यूपी और बिहार के कई जिलों के युवक आर्मी भर्ती, पुलिस भर्ती और अन्य भर्ती के लिए कोचिंग करने आते हैं. इसी का फायदा उठाकर कोचिंग संचालक विनोद कुमार गुप्ता ने इन लोगों को नौकरी दिलाने का लालच दिया. आरोप है कि उसने इसके बदले 10 लाख रुपए लिए. उसने बिहार सरकार के सचिवालय में एलडीसी की भर्ती का फर्जी नियुक्ति पत्र के साथ ही साथ आई कार्ड भी सभी अभ्यर्थियों को दे दिया.
बिहार सचिवालय पहुंचे तो उड़ गए होश-
जब अभ्यर्थी बिहार सचिवालय पहुंचे तो उन लोगों को पता चला कि इस तरह का कोई पद का वहां पर विज्ञापन नहीं किया गया है. जिसके बाद यह सभी लोग वापस आए और अपने पैसे के लिए दबाव बनाने लगे. विनोद गुप्ता ने कई लोगों को 8 से 9 लाख रुपए का चेक किसी नीतू नाम की महिला के बैंक खाते का दिया. लेकिन जब चेक पाए हुए लोग बैंक पहुंचे तब पता चला कि उक्त खाते में उतना पेमेंट ही नहीं है. वह लोग लगातार कोचिंग संस्थान से लेकर रेवतीपुर थाने का चक्कर लगा रहे थे.
बेटे की नौकरी के लिए पिता ने कर दी जमीन रजिस्ट्री-
पीड़ित विदेशी चौधरी ने बताया कि उसने अपने बेटे की नौकरी के लिए अपने दो मंडे की जमीन जिसकी कीमत करीब 13.87 लाख था. वह विनोद गुप्ता के नाम से रजिस्ट्री कर दिया जिसमें से विनोद गुप्ता ने 387000 उसे वापस किया और 10 लाख रुपए नौकरी के लिए ले लिया था और जब नौकरी में फर्जी वाले की जानकारी हुई तब वह विनोद गुप्ता के पास गया जिसके बाद विनोद गुप्ता गाली देते हुए जान से मारने की धमकी देते हुए उसे भगा दिया.
पुलिस ने पांच के खिलाफ किया केस दर्ज-
विदेशा चौधरी के साथ बिहार के नालंदा जिला के रहने वाले नीरज कुमार और मुजफ्फरपुर निवासी मनोहर कुमार गाजीपुर पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे. उन्होंने सभी तथ्यों के साथ शिकायत पत्र पुलिस अधीक्षक को सौपा. इसके बाद पुलिस अधीक्षक ने इस मामले में जांच कर कार्रवाई करने की बात कही है. पीड़ित युवकों के शिकायत पत्र पर पुलिस अधीक्षक डॉ इरज राजा के आदेश पर रेवतीपुर थाना पुलिस ने मुख्य आरोपी विनोद गुप्ता,नीतू सहित 6 लोगो पर विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है. पुलिस अब मुकदमा दर्ज करने के बाद आगे इस मामले में जांच कर कार्रवाई करने में जुट गई है.
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