नौगढ। ग्राम पंचायत लौवारी कला के मतदाता सूची में अन्य क्षेत्रों के 4 दर्जन से अधिक लोगो का नाम दर्ज किए जाने से क्षुब्ध गांववासियो ने तहसील गेट पर घंटो धरना दिया।
जिसकी जानकारी पाकर रजिस्टार कानूनगो लालता प्रसाद ने पत्रक लेकर के जांचोपरान्त कार्यवाही किए जाने का आश्वासन दिया।
इस बारे में बताया जाता है कि
विकास खण्ड शहाबगंज के वनरसियां व कलानी गांव के 27 व पड़ोसी राज्य बिहार के कैमूर जिले के खराटी व दुगौली गांव निवासी 22 लोगों का नाम जोड़े जाने की जानकारी पाकर सामाजिक कार्यकर्ता प्रदीप कुमार उर्फ पिंटू यादव के नेतृत्व मे गांववासियो ने शनिवार को तहसील गेट पर घंटो बैठकर धरना दिया।
जहां पर उपजिलाधिकारी डा अतुल कुमार गुप्ता व तहसीलदार लालता प्रसाद की गैर मौजूदगी में रजिस्टार कानूनगो लालता प्रसाद ने काफी समझा बुझाकर धरना समाप्त कराया और पत्रक लेकर के उच्चाधिकारियो के निर्देश पर जांचोपरान्त कार्यवाही किए जाने का आश्वासन दिया।
इस बारे में जानकारी देते हुए धरनारत लोगों ने बताया कि गांव का बी यल ओ संतोष कुमार कोल जो कि निवर्तमान ग्राम प्रधान बिंदी देबी का पति है। जिसके द्रारा मनमाने ढंग से मतदाता सूची में उन लोगों का नाम दर्ज किया गया है जो कि बरसात के दिनो में लौवारी कला गांव के जंगलो में आकर के महीने दो महिने अपने पालतू पशुओ को लाकर के चराते है। इसके बाद अपने अपने घरों को चले जाते हैं।
जिनका नाम भी उक्त लोगों के पैत्रृक गांवो के भी मतदाता सूची में दर्ज है।
गांव के बी यल ओ द्रारा आगामी चुनाव में अपने पक्ष में मतदान किए जाने के उद्देश्य से अनेको बाहरी लोगो का नाम मतदाता सूची मे दर्ज करवाया गया है।
धरना प्रदर्शन करने वालो में मोहन अर्जुन रामलाल बंशी श्यामसुंदर निरंजन बच्चन राजू राम आसरे रामप्यारे बंधु संपत सेचू राममूरत प्रवीण बुल्लू छोटेलाल ईत्यादि मौजूद रहे।
दूसरी तरफ विकास खंड नियमताबाद के हृदयपुर गांव में वोटर लिस्ट मैं गड़बड़ी को लेकर ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को पत्रक सौंप कर जांच कराने व वोटर लिस्ट प्रकाशित करने पर रोक लगाने की मांग की।
क्षेत्र के हृदय पुर गांव के एक दबंग व्यक्ति के प्रभाव में बीएलओ द्वारा मनमाने तरीके से गांव के तमाम लोगों का नाम वोटर लिस्ट से बाहर कर दिया है। इसकी जानकारी होते हैं गांव के मनोज यादव, विनोद कुमार,गोलू यादव,राजीव रंजन,मनजीत कुमारयादव,प्रमोद यादवआदि लोगों ने शनिवार को जिला अधिकारी संजीव सिंह को पत्रक सौंप कर गांव के वोटर लिस्ट की जांच कराने व अंतिम प्रकाशन को रोकने की मांग की है।