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Ghazipur News: मयंक पैथोलॉजी का मामला पकड़ा तूल,सीएमओ ने लिया संज्ञान , गठित किया जांच टीम

Published:

गाजीपुर

मयंक पैथोलॉजी पर जांच कर होगी कार्यवाही – सीएमओ

गाजीपुर। करंडा थाना क्षेत्र अंतर्गत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बड़सरा के ठीक बगल में मयंक पैथोलॉजी सेंटर बिना किसी मानक पूरे किए बिना लाईसेंस के संचालित किया जा रहा था।
यहां तक कि वहां से मिलने वाले रिपोर्ट पर हस्ताक्षर भी कोई विशेषज्ञ नहीं, बल्कि खुद संचालक ही करके दे देता था। उन रिपोर्ट पर भरोसा करके चिकित्सक मरीजों को दवाएं भी दे देते थे। जो वास्तव में लोगों के साथ बड़ा खिलवाड़ है। चिकित्सक व मरीज को क्या पता कि उन्हें वो बीमारी है भी या नहीं।
जिसको लेकर खबर के माध्यम से प्रकाशित किया गया। उसके बाद मयंक पैथोलॉजी बंद हो गया।
लेकिन सूत्रों की मानें तो मयंक पैथोलॉजी सेंटर कभी-कभी खूल भी रहा है।

न योग्यता न रजिस्ट्रेशन,फिर भी संचालन—

पैथोलॉजी लैब संचालन के लिए शासन द्वारा विधिवत नियम लागू किये गये है। लेकिन मयंक पैथोलॉजी सेंटर में आश्चर्यजनक रूप से लैब संचालक व उनके सहयोगी तक लैब संचालित कर रहे हैं। वह रिपोर्ट में साइन‌ करके भी दे रहे हैं जबकि लैब संचालक एमबीबीएस, एमडी पैथोलॉजिस्ट होना चाहिए। इतना ही नहीं अवैध तरीके से संचालित हो रहे लैब के पास न ही नियमानुसार पाल्यूशन बोर्ड का रजिस्ट्रेशन है और न ही मेडिकल वेस्ट फर्म का पंजीयन है। लैब के पास पाल्यूशन कंट्रोल बोर्ड का रजिस्ट्रेशन, पंजीकृत मेडिकल वेस्ट सर्विस से एग्रीमेंट, सीएमओ आफिस का रजिस्ट्रेशन,फायर ब्रिगेड का परमिशन, दुकान का किरायनामा होना आवश्यक है।
इसके विपरीत सारे नियमों को ताक पर रखकर पैथोलॉजी लैब का संचालन हो रहा है, इनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होती है।

सीएमओ ने लिया संज्ञान, गठित किया जांच टीम-

सीएमओ डॉ. देश दीपक पाल ने बताया कि मेरे संज्ञान में मामला आया है। जांच टीम गठित कर दिया गया है बहुत जल्द कार्यवाही की जाएगी।

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