भारतीय कंपनी भारत बायोटेक की वैक्सीन कोवैक्सिन(COVAXIN) की दुनिया में डिमांड है। ब्राजीलियन एसोसिएशन ऑफ वैक्सीन क्लीनिक्स (ABCVAC) ने भारत बायोटेक के साथ समझौता किया है। इसके तहत ब्राजील को कोवैक्सिन के 50 लाख डोज दिए जाएंगे। हालांकि, इस पर अंतिम मुहर ब्राजीलियन हेल्थ रेग्युलेटर अन्विसा की अनुमति के बाद लगेगी।
आपको बता दें की भारत में अब तक दो वैक्सीन को मंजूरी मिल चुकी है, जिसमे भारत बायोटेक कंपनी की कोवैक्सीन (COVAXIN) एवं ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की कोवीशील्ड का नाम है |
टीका पूरी तरह सुरक्षित: ICMR महानिदेशक प्रो. बलराम भार्गव
ICMR महानिदेशक प्रो. बलराम भार्गव ने बताया की यह टीका पूरी तरह सुरक्षित है। वायरस में अब तक जितने भी बदलाव हुए हैं यह सबमे कारगर साबित होगा | लेकिन यह कितना प्रभावी है, यह अभी स्पष्ट रूप से नही कहा जा सकता परन्तु जानवरों पर हुए अध्ययन में यह पूरा प्रभावी रहा है । आगे उन्होंने बताया की पहले और दूसरे फेज में 800 लोगों को टीका दिया गया, जिनमें से किसी को भी कोरोना नहीं हुआ। तीसरे फेज में जिन 22 हजार लोगों को टीका दिया गया, उनमें अब तक साइड इफेक्ट नहीं दिखे है। आखिरी नतीजे आने बाकी हैं। तब जाकर स्थिति बिल्कुल साफ़ हो पाएगी |
वहीँ दूसरी तरफ सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के CEO अदार पूनावाला ने बताया, ‘अभी हम टीका सिर्फ सरकार को देंगे। जब हमारे पास स्थायी लाइसेंस होगा, तब हम इसे निर्यात भी कर सकते हैं, इसमें कोई परेशानी नहीं।’ अपने वक्तव्यों में कहा की कोवीशील्ड के वॉलेंटियर्स को पहले हाफ फिर फुल डोज दिया गया। पहले दिए गये हाफ डोज में यह 90% असरदार रहा।बाद इसके एक माह उपरांत फुल डोज दिया गया। जब दोनों फुल डोज दिए गए तो असर 62% रह गया। भले की बात यह रही की दोनों ही तरह के डोज में औसत प्रभावशीलता 70% रहेगी।