मऊ के हिस्ट्रीशीटर अजीत सिंह की हत्या की साजिश रचने के आरोपी पूर्व सांसद धनंजय सिंह पर पुलिस ने लखनऊ से दिल्ली तक शिकंजा कस दिया है। इसी कड़ी में कई थानों की पुलिस ने बुधवार रात लखनऊ में कुर्सी रोड, सुलतानपुर रोड, मालवीय नगर और गोमती नगर में धनंजय सिह के ठिकानों पर ताबड़तोड़ दबिश दी। इस दौरान उनके दो आवास पर गिरफ्तारी वारंट वाली नोटिस भी चस्पा की गई। वहीं विभूतिखंड पुलिस की एक टीम ने दिल्ली में उनकी तलाश में कई जगह छापेमारी की। हालांकि धनंजय सिंह पुलिस के हाथ नहीं लगा।
पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने बताया धनंजय सिंह की तलाश में दो टीमें गुरुवार को दो अन्य जिलों में भेजी जाएंगी।
धनंजय के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट लेने के बाद पुलिस कई दिन से शांत बैठी हुई थी। पर, बुधवार रात को अचानक धनंजय की तलाश में उसके कुर्सी रोड स्थित आवास, शारदा व सरस्वती अपार्टमेंट में उसके फ्लैट और उसके बेहद करीबी साथी के मालवीय नगर स्थित आवास पर ताबड़तोड़ दबिश दी गई। पुलिस ने एक बर्खास्त सिपाही के घर भी दबिश दी लेकिन धनंजय का पता नहीं चला। इस दौरान दो ठिकानों से तीन लोगों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया था। इन तीनों को पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया। पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने बताया कि धनंजय की तलाश में दो टीमें गुरुवार को दो अन्य जिलों में भेजी जाएंगी।
क्या है पूरा मामला
बताते चले की 6 जनवरी को विभूतिखंड में कठौता चौराहे के पास हिस्ट्रीशीटर अजीत सिंह को गोलियों से छलनी कर दिया गया था। अजीत के साथ मौजूद मोहर सिंह ने एफआईआर दर्ज करायी थी और बताया था कि आजमगढ़ जेल में बंद कुंटू सिंह और अखण्ड सिंह ने गिरधारी के जरिये हत्या करवायी है। गिरधारी ने पांच शूटरों के साथ अजीत की हत्या की थी। विगत दिनों पहले गिरधारी को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराने का दावा किया था। जिसके बाद से ही पुलिस ने सांसद धनंजय सिंह को गिरधारी के बयान के आधार पर हत्या की साजिश में शामिल होने का आरोपी बनाया था।