नौगढ। सी आर पी एफ 129 बटालियन आसाम में नियुक्त, क्षेत्र के नर्बदापुर गांव का जवान अरविंद सिंह कैंसर बीमारी की जंग लड़ते लड़ते बीते शनिवार को जिंदगी की जंग भूसावल महाराष्ट्र में यात्रा के दौरान चिर निद्रा में सो गया।
जिसके शव को रेलवे पुलिस ने कब्जे में ले लिया।
सूचना पर पहुंचे सी आर पी एफ के अधिकारियो ने एंबुलेंस से शव को मृतक के घर पर सोमवार को दोपहर में एंबुलेंस से भेजवाया। जहाँ पर राजकीय सम्मान के साथ जवान को नम आंखो से अंतिम विदाई दी गई।
इस बारे में बताया जाता है कि चकरघट्टा थाना क्षेत्र के नर्बदापुर गांव निवासी राजनरायन यादव उर्फ लाले का छोटा पुत्र अरविंद सिंह यादव वर्ष 2006 में सी आर पी एफ 129 बटालियन आसाम में सिपाही के पद पर भर्ती हुआ था।
उसे 1 वर्षों से कैंसर बीमारी से ग्रसित होने पर ईलाज टाटा हास्पिटल मुंबई में चल रहा था। जहाँ से ईलाज करा करके टेन द्वारा उसे लाए जाने के दौरान शनिवार को उसकी तबीयत भूसावल (महाराष्ट्र) में अचानक बहुत ज्यादा बिगड़ गयी। और वह रेल में ही अंतिम सांस लेकर के चिर निद्रा में सो गया।
जानकारी पाकर रेलवे पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर के सी आर पी एफ अधिकारियों को सूचित कर दिया।
जहाँ से रविवार को शव का पोष्टमार्टम करा करके सी आर पी एफ अधिकारियों ने जवान का शव एंबुलेंस से सोमवार को दोपहर बाद उसके पैत्रृक गांव नर्बदापुर लाया।
जहाँ पर शव पहुंचते ही कोहराम मच गया। जिसे नम आंखो से गांववासियो रिस्तेदारो शुभचिंतको व थानाध्यक्ष चकरघट्टा राजेश सरोज पुलिस चौकी इंचार्ज मझगावा भैरवनाथ यादव अनिल यादव जिलाध्यक्ष सहित राजनीतिक दल के पदाधिकारियो ने नम आंखो से अंतिम विदाई दिया।
राजनरायन यादव उर्फ लाले के दो पुत्रो सत्येन्द्र व अरविन्द तथा पुत्री पूनम में वह सबसे छोटा था।माता स्वर्गीय रामरती व पिता राजनरायन का सपना था कि बेटा देश सेवा करे जिनकी ईच्छा तो पूरी हुयी लेकिन गंभीर बीमारी ने उनका सपना अधूरा कर दिया। मृतक की पत्नी प्रमिला देबी व एकलौते पुत्र पीयूश 12 वर्ष का रो रोकर बुरा हाल था। पीयूश अपने पिता की अर्थी को एक टक निहारते हुये बस यही कह रहा था कि पापा तुम मेरी हर खुशी को पूरा करने का आश्वासन देकर गये थे। और मुझे भी देश सेवा करने का शपथ लेने का प्रेरणा दे रहे थे। अब मेरे सर पर से अपना साया ही हटा लिए।