चंदौली – जनपद में प्रथम चरण में गत चार फरवरी को 1058 स्वास्थ्य कर्मियों को कोविड-19 टीके की पहली डोज लगी थी | गुरुवार को जनपद के 9 केन्द्रों पर 11 सत्रों के माध्यम से उन सभी स्वास्थ्य कर्मियों को टीके की दूसरी डोज़ लगाई गयी | मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ वी पी द्विवेदी ने बताया कि प्रथम चरण के छठे सत्र पाँच फरवरी को 321 फ्रंटलाइन वर्कर्स को पहली डोज़ लगाई गयी थी | अब उन फ्रंटलाइन वर्कर्स को पाँच मार्च (शुक्रवार) को टीके की दूसरी डोज़ लगाई जाएगी |
उन्होने बताया कि सभी चिन्हित स्वास्थ्य कर्मियों व आँगनबाड़ी कार्यकर्त्ताओं व अन्य कर्मचारियों को प्रथम टीकाकरण के दिन ही टीका की दूसरी डोज़ की तारीख, लाभार्थी का नाम, मोबाइल नंबर कोविड -19 टीकाकरण रिकार्ड कार्ड में वैक्सीन ब्रांड का नाम अंकित कर दिया जाता है | केंद्र पर टीका लगने के उपरांत आधे घंटे तक रुक कर पुनः अपने कार्य पर लौट सकते हैं | उन्होने बताया कि सभी केन्द्रों पर एंबुलेंस सेवा 108 की सुविधा भी उपलब्ध है । साथ ही टीका उपरांत प्रतिरक्षित व्यक्ति भी कोरोना नियम जैसे मास्क पहनना, हाथ की सफाई और छह फीट की शारीरिक दूरी का पालन अवश्य करने की सलाह दी जा रही है | ‘टीका भी और कड़ाई भी’ कोरोना से लड़ने के मूल मंत्र है ।
डॉ शरण ने बताया कि साथ ही पहले चरण में सभी छूटे हुए स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगाए जाने की प्रकिया में 380 लोगों को लगा टीका लगा | उन्होने बताया कि गुरुवार को 9 केंद्रों पर 11 सत्र आयोजित किए गए । इसमें महिला चिकित्सालय डी डी यू नगर में 49 लोगों को, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भोग्वरा में 23 लोगों , प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र नियामताबाद में 75 लोगों प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र चहनियां में 92,सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सकलडीहा में 118, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बरहनी में 144 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र धानापुर में 38 ,प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चकिया में 73, पंडित कमला पति कैंपस चंदौली में 16, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र चंदौली में 110 एवं प्राथमिक साहबगंज में 48 लोगों को टीका लगाया गया ।
प्रतिरक्षित स्वास्थ्य कर्मियों ने कहा –
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चकिया के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ सुजीत कुमार ने कहा कि कोविड-19 टीके की दूसरी डोज़ के बाद कोरोना का डर अब नहीं रहा । पीएचसी पर प्रति दिन सैकड़ों लोग आते हैं | वायरस से प्रभावित होने का डर होता है | बहुत अच्छा है कि टीका आ गया । मास्क लगाना, साबुन से बार-बार हाथ को धोने से और सुरक्षित हो जायेंगे |
ब्लॉक कार्यक्रम प्रबन्धक पीएचसी चकिया अखिलेश कुमार यादव ने कहा कि बहुत खुश हूँ और सुरक्षित महसूस कर रहा हूँ, क्योंकि हम दिन रात मरीजों की देखभाल करते हैं | परिवार में बच्चे भी हैं । टीका के बाद हम और हमारा परिवार सभी सुरक्षित हो गया है |
सहायक शोध अधिकारी विनोद कुमार ने कहा कि टीका पूरी तरह सुरक्षित और प्रभावपूर्ण है । कोई दिक्कत नहीं हुई । पता भी नहीं चला कि टीका लगा और अब मैं काम पर जा रहा हूँ |