The News Point : सदर कोतवाली पुलिस व स्वाट/सर्विलांस टीम ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए एक पिकअप वाहन से बड़ी मात्रा में विदेशी शराब बरामद किया है. तस्करी में प्रयुक्त पिकअप पर लगा नंबर प्लेट फर्जी था. पुलिस ने पिकअप वाहन से दो शराब तस्करो को गिरफ्तार किया है. बरामद शराब की कीमत साढ़े आठ लाख है.
विदित हो कि आगामी चुनाव के मद्देनजर पुलिस टीम चेंकिग अभियान चला रही थी. इसी दौरान मुखबिर से सूचना मिली कि एक पिकअप में अवैध शराब लादकर मुगलसराय चंदौली होते हुए बिहार राज्य तस्करी किया जा रहा है. इस सूचना पर संयुक्त टीम द्वारा विकास भवन के सामने नेशनल हाईवे 19 पर घेराबंदी कर वाहनों की चेकिंग शुरू की गयी. कुछ देर बाद सामने से आ रही पिकअप की घेराबंदी कर पुलिस टीम द्वारा अपने कब्जे में लिया गया. चालक सीट पर बैठे व्यक्ति से पूछताछ करने पर उसने बताया कि पिकअप मे फल लदा है.
पुलिस टीम द्वारा वाहन की सघनता से जांच की गयी तो जानकारी हुई की फलो के नीचे पिकअप वाहन में विभिन्न ब्रांड कि 92 पेटी अवैध अग्रेजी शराब छुपकर रखी गयी थी. जिसको संयुक्त टीम ने बरामद कर लिया. गिरफ्तार पिकअप चालक की पहचान सुधीर कुमार गौतम लखनऊ 26 वर्ष के रुप में हुई. जबकि सहयोगी तस्कर की पहचान सचिन रस्तोगी लखनऊ के रुप में हुई. पिकअप वाहन में दूसरा नम्बर प्लेट लगा था और केबिन में दूसरा हाई सेक्योरिटी नम्बर प्लेट रखा हुआ था. इस दौरान जब ई चालान एप के माध्यम से चेक किया गया तो वाहन का नम्बर UP93DT2283 निकला और वाहन स्वामी का नाम कमल किशोर झांसी पाया गया.
पुलिस के पूछताछ के दौरान दोनों आरोपियों ने बताया कि हम लोगो का मुख्य सरगना कमल किशोर निवासी झासी है. उसी के द्वारा ये चोरी का वाहन उपलब्ध कराया गया था. उसी के द्वारा यह शराब खरीदकर हरियाणा से बिहार राज्य के लिए भेजा जा रहा था. आरोपियों ने बताया कि वहां पर हम लोग स्थानीय सप्लायर को शराब उपलब्ध कराते है. बिहार में बिक्री करने पर शराब का अच्छा दाम मिल जाता है.
इस संबंध में सीओ सदर राजेश राय ने बताया कि एक फर्जी नंबर प्लेट लगे पिकअप वाहन से मुखबिर की सूचना पर संयुक्त टीम ने फर्जी नंबर प्लेट लगे पिकअप वाहन से 92 पेटी विदेशी शराब बरामद किया है. जिसकी कीमत साढ़े आठ लाख है. बरामद शराब हरियाणा निर्मित है. जिसे फलों के नीचे छुपाकर बिहार तस्करी की जा रही थी. वाहन से दो शराब तस्करो को भी गिरफ्तार किया गया जो लखनऊ के निवासी है. मामले में झांसी निवासी वाहन स्वामी के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई प्रचलित है.