Sunday, June 4, 2023
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आज ख़ासदिल्ली में गरीबों व असहायों का "सतनाम" नाम ही सहारा

दिल्ली में गरीबों व असहायों का “सतनाम” नाम ही सहारा

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देश की राजधानी दिल्ली जहां प्रत्येक दिन हजारों की संख्या में देश के कोने कोने से लोग पहुँचते हैं। किसी को नौकरी की चाहत होती है तो कोई बेहतर इलाज की उम्मीद लिए दिल्ली का रुख करता है। कई बार इलाज और नौकरी के नाम पर गरीब व असहाय लोगों के साथ ठगी भी हो जाती हो जाती है और ऐसे में लोगों के पास अपनी जीविका चलाने के लिए कोई सहारा नहीं दिखता।

इन सबके बीच दिल्ली और नोएडा में एक समाजसेवी का नाम बड़ी जोरों पर चल रहा है। हम बात कर रहे हैं युवा समाजसेवी सतनाम सिंह की जो अपने उदार स्वभाव और समाज सेवा के लिए इन दिनों काफी चर्चाओं में बने हुए हैं। इनकी चर्चा कोरोना काल में भी खूब हुई थी जब उन्होंने लॉकडाउन में गरीब असहायों को उनके घर तक पहुंचाने में अपना योगदान दिया और फिर प्रत्येक दिन हजारों की संख्या में गरीबों को भोजन कराने का बेड़ा भी उठाया। सतनाम नोएडा के रहने वाले हैं और इनकी पहचान इन दिनों एक ऐसे समाजसेवी के रूप में हो रही है जो बिना हिचक के गरीबों की निरंतर सहायता करता रहता है। बेरोजगार युवाओं को तमाम फैक्ट्रियों और कंपनियों में नौकरी दिलाने की बात हो या फिर असहाय मरीजों को बड़े अस्पताल में बेहतर इलाज कराने की इन सब में सतनाम बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं।यह तब तक नहीं रुकते जब तक काम को पूरा न करा लें। सतनाम अपने मित्रों के साथ सप्ताह में 2 दिन लंगर भी चलवाते हैं जिसमें कोई भी शामिल होकर लंगर छक सकता है।

ऐसे में जब सतनाम से उनके समाज सेवा को लेकर बातचीत की गई तो उन्होंने कहा की उन्हें गरीब असहाय की मदद करने में एक अलग आनंद की अनुभूति होती है। प्रत्येक दिन उनका यह उद्देश्य होता है की वह 5 गरीबों की मदद जरूर करेंगे और जब तक वह ऐसा नहीं करते तब तक उन्हें नींद नहीं आती। सनाम बताते हैं कि गरीबों की मदद के बाद उन्हें बहुत शांति और सुकून महसूस होता है इसलिए वह यह कार्य लगातार करते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि उनके इस कार्य में उनका पूरा परिवार सहयोग करता है और इसलिए वह समाज सेवा के कार्य को आजीवन करते रहेंगे।

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