पत्रकार राहुल पटेल
गाजीपुर। स्नातकोत्तर महाविद्यालय, गाजीपुर में स्नातक स्तर (बी.ए., बी.एस-सी. गणित एवं जीवविज्ञान, बी.एस-सी.कृषि ) पर प्रवेश हेतु द्वितीय काउन्सलिंग की सूची जारी हो गयी है। स्नातकोत्तर महाविद्यालय, गाजीपुर के प्राचार्य प्रोफे० (डॉ०) राघवेन्द्र कुमार पाण्डेय ने स्नातक स्तर पर प्रवेश हेतु द्वितीय काउन्सलिंग की जानकारी देते हुए बताया कि प्रवेश हेतु सफल अभ्यर्थियों की द्वितीय काउन्सलिंग हेतु मेरिट सूची कक्षावार श्रेणी व आरक्षण के अनुसार जारी की गयी है। प्रवेश परीक्षा में सम्मिलित सफल अभ्यर्थियों को प्रवेश हेतु कालेज की वेबसाइट- www.pgcghazipur.ac.in पर सूची अपलोड कर दी गयी है। प्रवेश परीक्षा में सफल अभ्यर्थी प्रवेश हेतु अपना आवेदन 05 अगस्त 2023 से 08 अगस्त 2023 तक आनलाईन आवेदन- पत्र भर सकते हैं। अभ्यर्थी आनलाईन भरे गए आवेदन -पत्र डाउनलोड कर आवश्यक अभिलेखों की मूल प्रति के साथ कालेज में काउन्सलिंग समिति के समक्ष 08 अगस्त 2023 से 10 अगस्त 2023 तक सुबह नौ बजे से दोपहर एक बजे तक काउन्सलिंग समिति के समक्ष प्रस्तुत/जमा करेंगे। महाविद्यालय प्रशासन द्वारा जारी निर्धारित समयानुसार प्रवेश आवेदन -पत्र व शुल्क जमा न करने पर उक्त सीट रिक्त मानी जायेगी और पुनः प्रवेश हेतु उन्हें कोई अवसर प्रदान नहीं किया जायेगा। प्रवेश हेतु जारी मेरिट सूची से रिक्त सीटों पर उक्त मेरिट सूची से नीचे के अभ्यर्थियों को प्रवेश हेतु अवसर प्रदान किया जायेगा।
प्राचार्य प्रोफे० (डॉ०) राघवेन्द्र कुमार पाण्डेय ने बताया कि स्नातकोत्तर महाविद्यालय, गाजीपुर ने प्रवेश में डिजिटल इण्डिया एवं पूर्ण पारदर्शिता की नीति अपनाते हुए आनलाईन काउन्सलिंग) की व्यवस्था की गयी है। आनलाईन काउन्सलिंग द्वारा अभ्यर्थी अपने घर बैठे पूर्ण पारदर्शिता के साथ प्रवेश आवेदन- पत्र भर सकते हैं। प्राचार्य प्रोफेसर पाण्डेय ने सम्मानित अभिभावकों से अपील की है कि समय रहते अपने पाल्यों का आवेदन-पत्र आनलाईन भरवाकर सम्बन्धित अभिलेखों की मूल- प्रति के साथ काउन्सलिंग समिति के समक्ष प्रस्तुत/जमा करने में सहयोग करें। प्रवेश के लिए सभी प्रक्रिया आनलाईन है। इसलिए कोई अभ्यर्थी व अभिभावक किसी बिचौलिए के झांसे में न आए और न ही किसी को प्रवेश करा देने के नाम पर कोई धनराशि या घूस दे। यदि किसी को प्रवेश करा देने के नाम पर कोई धनराशि या घूस दी जाती है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी सम्बन्धित अभ्यर्थी एवं अविभावक की ही होगी।