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पैसा शोहरत इज्जत के बोझ तले दबकर हाई प्रोफाइल पति- पत्नी ने किया आत्म हत्या, पति होटल के कमरे फांसी से झूला, पत्नी ने ग़म में छत से छलांग लगाया 

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Varanasi News: वाराणसी में एक युवक ने सुसाइड कर लिया। मौत की सूचना मिलते ही गोरखपुर में उसकी पत्नी ने भी छत से कूद कर जान दे दी।
दोनों ने 2 साल पहले लव मैरिज की थी। पति ने MBA किया था और इन दिनों नौकरी की तलाश कर रहा था।
पत्नी गोरखपुर के नामी डॉक्टर की बेटी थी और मॉडलिंग करती थी।
सूचना मिलने पर पुलिस और फोरेंसिक की टीम मौके पर पहुंची और सबूत जुटाए। उसके बाद शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया।

दो साल पहले की थी लव मैरिज

हरीश बगेश (28) पटना का रहने वाला था। संचिता श्रीवास्तव (28) गोरखपुर के डॉ. रामशरण दास की बेटी थी। हरीश और संचिता बचपन से एक-दूसरे को जानते थे। शुरुआत से लेकर 10वीं क्लास तक वाराणसी में राजघाट के एक हाईप्रोफाइल स्कूल से साथ पढ़ाई की थी। पढ़ाई के दौरान दोनों में दोस्ती हुई। फिर बड़े होने पर प्यार हो गया। 10वीं करने के बाद दोनों अलग हो गए,लेकिन इसके बाद भी दोनों में बातचीत होती रही।
उधर,हरीश ने जम्मू जाकर MBA किया। फिर मुंबई के एक बैंक में नौकरी करने लगा। इस दौरान संचिता मॉडलिंग करने लगी। दो साल पहले हरीश और संचिता ने शादी कर ली।
शादी के बाद भी हरीश मुंबई में एक प्राइवेट बैंक में नौकरी करता रहा।

मगर, संचिता की तबीयत खराब होने की वजह से नौकरी छोड़कर गोरखपुर आ गया। उसके बाद वह अपनी ससुराल के सिविल लाइंस वाले घर में रहने लगा। हरीश ने 6 जुलाई को ससुराल वालों को बताया कि पटना में उसके गांव में बाढ़ आ गई है। इसलिए अपने घर जा रहा है। इसके बाद वह ससुराल से चला गया। ससुराल से जाने के बाद 2 दिन पहले सारनाथ के होटल में उसने फांसी लगाई हरीश पटना नहीं पहुंचा।

वह सारनाथ में अटल नगर कॉलोनी के एक होटल में रुक गया।
वहां उसने पंखे से फंदा डालकर फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया।

होटल के संचालक ने बताया- 2 दिन पहले (शुक्रवार को) हरीश यहां रहने आया था। जब वह अपने कमरे से बाहर नहीं आया,तो मैंने हरीश को फोन किया। उसका फोन नहीं उठा,तो मैं कमरे पर पहुंचा और खिड़की से झांक कर देखा। हरीश पंखे से फंदे पर लटका हुआ था। इसके बाद मैंने तुरंत पुलिस को सूचना दी। थोड़ी देर बाद ही पुलिस पहुंच गई। युवक को फंदे से उतार कर अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।

पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया।

ससुर बोले- दो दिन पहले अपने घर जाने के लिए निकला था पुलिस को हरीश के पैंट की जेब से मिले कागजात से पत्नी और उसके घरवालों का नंबर मिला।इसके बाद रविवार को पुलिस ने हरीश के घरवालों और ससुराल वालों को उसकी मौत की सूचना दी।

यह खबर मिलने के बाद पत्नी संचिता डिप्रेशन में चली गई। रविवार सुबह 9 बजे वह घर की दूसरी मंजिल पर पहुंची और नीचे कूद गई। सिर में गंभीर चोट लगने की वजह से उसकी मौत हो गई। हरीश डिप्रेशन में था, कमरे में नशे का सामान मिला l रविवार शाम हरीश के घरवाले सारनाथ पहुंचे।
उन्होंने बताया- पत्नी की तबीयत खराब होने और नौकरी छोड़ने के बाद हरीश ससुराल में रहने लगा था।
कुछ दिन बाद उसने नौकरी के लिए प्रयास किया,लेकिन सफलता नहीं मिली। इसकी वजह से वह डिप्रेशन में आ गया। उसने नशा करना शुरू कर दिया। पुलिस को उसके कमरे में गांजा, सिगरेट, लाइटर, मोबाइल, पर्स और फांसी में इस्तेमाल रस्सी मिली है।

नौकरी छूटने और फिर न लग पाने के दबाव में पति की आत्महत्या की सूचना मिलने पर पत्नी द्वारा भी आत्महत्या कर ली गयी ।

और इस तरह एक खूबसूरत ज़िन्दगी की चाह रखने वाले जोड़े का बहुत ही दुखद अंत हो गया l

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Vc khabar cha ndauli रिपोर्ट फरीदु द्दीन     धानापुर क़स्बा स्थित शहीद पार्क में पूर्व प्रधानमंत्री चन्द्रशेखर फाउंडेशन के तत्वाधान में पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर सिंह की 17 पुण्यतिथि मनाई गई इस मौके पर मुख्य अतिथि आम आदमी पार्टी के नेता राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने श्रद्धेय चंद्रशेखर जी के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कियाइस अवसर पर राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि चंद्रशेखर जी समाजवादी विचारधारा के बड़े नेता थे. जय प्रकाश नारायण की गिरफ्तारी होने पर कांग्रेसी सांसद होने के बावजूद उन्होंने संसद मार्ग थाना जाकर गिरफ्तारी दी.वे पूंजीवाद के प्रबल विरोधी थे और अपने जीवन में उन्होंने विचारधारा से हटकर कभी भी समझौता नहीं किया चंद्रशेखर की विचारधारा को हम सभी लोग मिलकर आगे ले जाने का काम कर रहे हैं. सांप्रदायिकता और पूंजीवाद के खिलाफ चंद्रशेखर की प्रतिबद्धताओं को याद करते हुए उन्होंने ने कहा कि समाजवादी व्यवस्था में सांप्रदायिकता और पूंजीवाद के लिए कोई स्थान नहीं हो सकता. वर्तमान दौर में पूंजीवादी ताकतों और साम्प्रदायिकता से लड़ने की सबसे अधिक जरूरत है. यह लड़ाई समाजवादी ही लड़ सकते हैं. उन्होंने कहा कि छात्रों और नौजवानों को चंद्रशेखर जी के बारे में जानना चाहिए.चंदौली सांसद बीरेंद्र सिंह ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के नेतृत्व में लोकतंत्र, समाजवाद और धर्मनिरपेक्षता के लिए समाजवादी संघर्षरत हैं. समाज में सांप्रदायिकता, सामाजिक विघटन और गैर बराबरी लगातार बढ़ रही है. भाजपा और आरएसएस जनता को गुमराह करने का काम कर रहे हैं. ऐसे में समाजवादी पार्टी एकजुट होकर इन खतरों से मुकाबला करेगी और समाज में व्याप्त असमानता को दूर करेगी. उन्होंने कहा कि चंद्रशेखर जी ने पदयात्रा के दौरान देश की तत्कालीन समस्याओं यथा गरीबी, भुखमरी, बेरोजगारी की जटिलता को महसूस किया.उन्होंने कहा कि नई पीढ़ी को चंद्रशेखर जी की पुण्यतिथि पर समाजवादी विचार को आगे बढ़ाने का संकल्प लेना चाहिए. साथ ही चंद्रशेखर जी की जेल डायरी और यंग इंडिया के माध्यम से संघर्ष और विचार की समझ भी बढ़ानी चाहिए.इस मौके पर श्रवण कुशवाहा, नसीम खान, सिराजुद्दीन भुट्टो, आतिफ खान जिद्दी, शाह आलम खान, मनोज काका, रामजन्म यादव, सत्यनारायन राजभर, हरदेव कुशवाहा, का0 हौसला कुशवाहा, रामदुलार कन्नौजिया, राजीव यादव, प्रशांत यादव, सुरेंद्र पटेल पूर्व मंत्री, दीनानाथ श्रीवास्तव,प्रभाकर वर्धन सिंह, मृत्युंजय मौर्य, प्रदुमन सिंह मौर्य सहित अन्य लोग उपस्थित रहें संचालन रामधनी यादव ने किया

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