*निपुण भारत मिशन के अंतर्गत विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों को निपुण बनाने पर विस्तार से की गई चर्चा*
जमानियाँ । क्षेत्र के ग्राम मलसा स्थित प्राथमिक विद्यालय मलसा प्रथम पर सोमवार को एआरपी ओमप्रकाश सिंह की अध्यक्षता में चयनित दस विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों की बैठक सम्पन्न हुई।
बैठक में निपुण भारत मिशन के अंतर्गत विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों को निपुण बनाने पर विस्तार से चर्चा की गई। एआरपी ने निपुण भारत अभियान के अंतर्गत शिक्षक डायरी, शिक्षक संदर्शिका, कक्षा रुपान्तरण, निपुण लक्ष्य एप पर बच्चों का एसेसमेंट एवं निपुण संवाद, नामांकन बढ़ाने हेतु हाउस होल्ड सर्वे, प्रत्येक माह 100 बच्चों का आकलन, बच्चों द्वारा पुस्तकालय व खेलकूद सामग्री का नियमित प्रयोग, कक्षा रुपान्तरण पर विशेष ध्यान, 5 टूल किट, लर्निग कार्नर, बच्चों को प्रत्येक दिन गृह कार्य देने व अभिभावक द्वारा उसपर हस्ताक्षर कराने, बच्चों का नियमित उपस्थिति, महीने के प्रथम बुधवार को एसएमसी/ पीटीएम बैठक मे नियमित विद्यालय आने वाले और निपुन बच्चों को उनके अभिभावक के समक्ष पुरस्कृत / प्रोत्साहित करना,अगस्त या सितम्बर में प्रस्तावित नैट परीक्षा के विषय में आवश्यक दिशा निर्देश दिया। उन्होंने बताया कि चयनित 10 विद्यालयों में 5 विद्यालय मार्च 2024 में निपुण विद्यालय हो गये है तथा शेष विद्यालयों के प्रधानाध्यापक को अक्टूबर 2024 तक निपुण विद्यालय बनाने हेतु उनके द्वारा प्रोत्साहित किया गया। अक्टूबर 2024, दिसम्बर 24 व मार्च 2025 तक शिक्षा क्षेत्र के समस्त विद्यालयों को निपुण विद्यालय बनाने का लक्ष्य दिया गया है। उन्होंने हॉउस होल्ड सर्वे और विद्यालय मे बच्चों की नियमित उपस्थिति पर ध्यान देने की बात करते हुवे बताया कि निपुन विद्यालय के लक्ष्य को प्राप्त करना है तो बच्चों की नियमित उपस्थिति अनिवार्य है |
उक्त अवसर पर प्रा०वि० मलसा प्रथम, प्रा०वि० देवा बैरनपुर, प्रा०वि० रघुनाथपुर, प्रा०वि० देवरिया गंग बरार, प्राव विव खलीलनचक, प्रा०वि० सोनहरिया, प्रा०वि० भगीरथपुर, प्रा०वि० बसुहारी, प्रा०वि० रामपुर पट्टी सरनाम खां बान के प्रधानाध्यापक मौजूद रहे। समस्त प्रधानाध्यापकों ने अपने विद्यालय को निपुन बनाने का संकल्प लिया.
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