भदोही । साहब लाल पुत्र लल्लन यादव ग्राम निवासी नगुआ तहसील जनपद भदोही थाना भदोही के रहने वाले आज सुबह तड़के 5 बजे अपने गांव के पाहि पर गए जहाँ वह 60 साल पहले से बसे हुए है । इनको गाव के ही कुछ मनबढ़ दबंग लोगों द्वारा इतनी बुरी तरह से मारकर चोटिल कर दिया है कि साहबलाल के हाथ,पैर की हड्डी पूरी तरह से टूट चुकी है एवं छाती तथा कमर में भी गहरी चोट आई है। यह प्राणघाती हमला करने वाले विजय बहादुर पुत्र रामदुलार, प्रेम बहादुर पुत्र रामदुलार, गोरख उर्फ रामसूचित पुत्र स्व. बोडई राम,राजेन्द्र प्रसाद पुत्र शोभनाथ रहे। इन चारों ने मिलकर साहबलाल को इतनी बुरी तरह से जख्मी कर दिया है कि किसी की भी रूह कांप उठेगी ।
प्राप्त खबर के अनुसार दबंगो द्वारा इस घटना को अंजाम इसलिए दिया गया कि आज के ठीक 2 साल पहले राधेश्याम यादव की हत्या निर्मम तरीके से की गई थी जिसमे यह हमला करने वाले चारो आरोपित है । लेकिन पुलिस प्रसाशन कि आजादी मिलने से इन सभी आरोपियों को खुलेआम घूमने की आजादी है ।
साहबलाल राधेश्याम हत्याकांड के मुख्य गवाह के रूप में थे जिनको आये दिन लगातार धमकी मिल रही थी लेकिन साहबलाल अपने निडर व्यक्तित्व होने के नाते इन सब से बिना डर के अपने परिवार के काम मे व्यस्त थे लेकिन आज उन चार आरोपियों ने साहब लाल को भी मौत के घाट उतारने का प्रयास किया ।
लेकिन साहब लाल को इस घटना की भनक पहले ही लग चुकी थी, जिसकी तहरीर थाना भदोही में उन्होंने दी लेकिन प्रशासन के मौन रवैये से आज जब वह अपने घर से 300 मीटर की दूरी पाहि पर पहुँचे तो वहाँ मौजूद 4 लोग राड डंडे से साहबलाल के ऊपर टूट पड़े और साहबलाल को अधमरा करके छोड़ कर भाग निकले मौके पर थाना भदोही के कोतवाल सदानंद पहुचे साहबलाल को एम्बुलेंस के द्वारा महाराजा बलवंत सिंह अस्पताल भेजा गया जहां हालात गंभीर होने पर वहाँ से वाराणसी ट्रामा सेंटर के लिए रेफर कर दिया गया है।
ऐसे में पीड़ित पक्ष द्वारा कहा गया कि जब इस घटना की सूचना पुलिस को दी गयी तो आखिरकार गवाह को सुरक्षा क्यों नही दी गयी। परिजनों ने पुलिस पर मामले को लेकर हिलाहवाली करने का भी आरोप लगाया है ।