चंदौली |राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत ‘टीबी हारेगा-देश जीतेगा’ अभियान 26 दिसंबर से एक महीने तक तीन चरणों में चलाया गया जिसके तहत प्रथम चरण 26 दिसम्बर से 01 जनवरी तक चलाया गया । इसमें जनपद के वृद्धाश्रम, नवोदय विद्यालय, मदरसा व रैन बसेरा में सभी स्थलों पर क्षय रोग व कोविड की जांच की गयी जिसमें कोई भी व्यक्ति टीबी व कोविड का पॉज़िटिव नहीं पाया गया |
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ डी एन मिश्रा ने बताया कि दूसरा चरण एक्टिव केस फाइंडिंग (एसीएफ) अभियान 2 जनवरी से 12 जनवरी 2021 तक चलाया गया जिसमें स्वास्थ्य विभाग की 145 टीमों द्वारा 144 गांवों में घर-घर जाकर करीब चार लाख लोगों की स्क्रीनिंग की गई । इसमें 1918 संभावित टीबी मरीजों के बलगम की जांच करायी गई | जांच में 111 टीबी के मरीज चिन्हित किये गए जिन्हे तत्काल इलाजा मुहैया कराया गया | वहीं तीसरा चरण 13 जनवरी से 25 जनवरी तक चला, जिसमें 14 टीम द्वारा जनपद के 570 पंजीकृत निजी चिकित्सकों, प्राइवेट हॉस्पिटल, प्राईवेट नर्सिंग होम, निजी लैब, पैथालॉजी व मेडीकल स्टोर मे एसीएफ़ अभियान के तहत 7 क्षय रोगियों को नोटिफाइड किया गया | जनवरी 2021 से आज तक 357 नए क्षय मरीज उपचार पर रखे गये हैं जिन्हे डॉट्स सेंटर से भी जोड़ा गया है | साथ ही निक्षय पोषण योजना के तहत इलाज के दौरान हर माह 500 रुपये भी दिए जा रहे हैं | यह राशि सीधे मरीजों के खाते में भेजी जाती है । यह 500 रुपए पोषण युक्त भोजन के लिए दिये जाते हैं । उन्होने बताया कि एक मरीज की अमूमन छह महीने तक दवा चलती है और जब तक दवा चलती है तब तक मरीज को सहायता राशि दी जाती है |
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