Chandauli news : पीएसीएफ के धान-गेहूं क्रय केंद्रों पर बिना काम कराए ठेकेदारों को भुगतान का मामला संज्ञान में आया है. इस पर पीसीएफ जिला प्रबंधक इंद्रेश सिंह व लेखाकार महेंद्र कुमार को निलंबित कर दिया गया है. मामले में कुछ अन्य अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई तय है. पीसीएफ प्रतिनिधि अजीत सिंह ने वाराणसी मंडल के उपायुक्त व उपनिबंधक सहकारिता अजीत कुमार सिंह से ठेकेदारों की हैंडलिंग की धनराशि के भुगतान में व्यापक गड़बड़ी की शिकायत की थी.
आरोप है कि बिना काम कराए ठेकेदारों को हैंडलिंग की धनराशि दे दी गई. मामले की जांच-पड़ताल की गई तो शिकायत सच निकली. लिहाजा, जिला प्रबंधक व लेखाकार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया. दिसंबर, 2023 में पीसीएफ प्रतिनिधि अजीत सिंह ने वाराणसी मंडल के उपायुक्त व उपनिबंधक सहकारिता अजीत कुमार सिंह से ठेकेदारों की हैंडलिंग की धनराशि के भुगतान में व्यापक गड़बड़ी की शिकायत सहकारिता मंत्री से की थी. जांच में खुलासा हुआ कि जिला प्रबंधक इंद्रेश सिंह और लेखाकार महेंद्र कुमार बिना काम कराए ठेकेदारों को हैंडलिग की धनराशि दे दी. उन्होंने इसकी रिपोर्ट प्रबंध निदेशक संजय कुमार के पास भेजी. रिपोर्ट के आधार पर दोनों को निलंबित कर दिया गया.
निलंबित जिला प्रबंधक इंद्रेश सिंह व लेखाकार महेंद्र कुमार के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए पीसीएफ मुख्यालय के प्रबंधक मुकुल कुमार लाल को जांच अधिकारी नामित किया गया है. जिला प्रबंधक को पीसीएफ मुख्यालय से संबद्ध कर दिया गया है. इस मामले में दो और कर्मचारियों के खिलाफ जांच चल रही है.ऐसे में आशंका है कि आने वाले दिनों में अन्य लोगों पर भी कार्रवाई की गाज गिर सकती है. इसके अलावा इसमें शामिल ठेकेदार व फर्म को भी ब्लैक लिस्ट किया जा सकता है. साथ ही सरकारी धन के बंदरबाट की रिकवरी भी हो सकती है.