धान खरीद लापरवाही पर होगी कड़ी कार्यवाही
जिलाधिकारी द्वारा केन्द्र प्रभारियों व सम्बंधित विभागीय अधिकारियों की बैठक कर दिये गये कडे निर्देश
लेखपालों के मायम से वितरित कराये जाए टोकन-बिना टोकन के खरीद नहीं
उपजिलाधिकारी अपने तहसील क्षेत्र में करें सधन निरीक्षण
मीरजापुर|12 जनवरी, 2021-जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार ने जनपद के सभी धान केन्द्र
प्रभारियों को निर्देशित करते हुये कहा कि केन्द्र प्रभारी अपनी आदतों में सुधार लाते हुये किसानों के धान खरीद में पूरी पारदर्शी प्रक्रिया अपनायें, उन्होंने टोकन प्रक्रिया से ही केन्द्र पर धान खरीद की जायेगी। उन्होंने सभी उपजिलाधिकारियों को भी निर्देशित करते हुये कहा कि अपने तहसील के क्षेत्र में व्यक्तिगत रूचि लेते हुये धान क्रय केन्द्रों का निरीक्षण करें, ताकि शिकायते न आने पाये। उन्होंने सभी उपजिलाधिकारियों को निर्देशित किया कि लेखपालों के माध्यम टोकन वितरित करायें और प्रति दिन को टोकन केन्द्र प्रभारी को उपलब्ध करायें उसी के अनुसार धान की तौल केन्द्र प्रभरी के द्वारा कराया जायेगा।
बिना टोकन के कोई भी धान की खरीद होते हुये पाया जाता है सम्बंधित केन्द्र प्रभारी के विरूद्ध कार्यवाही करते हुये सम्बंधित विभाग के अधिकारी के विरुद्ध भी कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने कहा कि धान का उठान भी समय से कराते हुये मिलों को भेजे इसके लिये दकों व लेबरों की संख्या बढाया जाए। कहा कि केन्द्र पर प्रतिदिन अधिकतम 500 बोरा धान से अधिक नहीं होने चाहिए।
उन्होंने कहा कि इस प्रकार से टोकन का वितरण किया जाये कि प्रति दिन 350 कुन्तल तक की तौल हो सके। उन्होंने भुगतान के बारे में चर्चा करते हुये कहा कि किसानों के सफल का मूल्य निर्धारित समय में किया जाये यदि किसी एजेंसी के पास धन की कमी है तो अपने विभाग से तत्काल पत्राचार कर धनराशि की मांग कर लें। यह भी कहा कि बड़े किसानों का एक-एक सप्ताह के अन्तराल पर तीन बार बार में सौ-सौ कुन्तल धान की खरीद की जाये, सभी किसानों का आधार कार्ड/पहचान पत्र अवश्य देखकर आधार नम्बर रजिस्टर पर दर्ज किया जाये। विशेश परिस्थियों में यदि मूल कृषक बीमारी व वृद्ध होने के कारण नहीं सकतता तो उसका नजदीकी रिस्तेदार आयेगा। यह भी निर्देश दिया गया कि चकबन्दी वाले गांवों के किसानों का सत्यापन तहसील से सत्यापन के उपरानत ही धान क्रय किया जायेगा इसी प्रकार बटाईदारों का भी तहसील से सत्यापन करायने व मूल कृषक यह लिखकर देगा कि वह बटाई पर दिया है तभी खरीद की जायेगी। सभी कय एजेसियों के अधिकारियों को भी निर्देशित किया कि अपने-अपने केन्द्रों का प्रति दिन निरीक्षण करें यदि कहीं गडबडी पायी जाती है तो अधिकारी को भी जिम्मेदार मानते हुये कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने कहा कि एक सप्ताह के अन्दर सभी कय एजेंसियां कम से कम 75 से 80 प्रतिशत तक भुगतान सुनिश्चित करें। इस अवसर पर डिप्टी आरएमओ धनन्जय सिंह ने बताया कि जनपद में धान खरीद के निर्धारित लक्ष्य 02 लाख 61,250 मीदिक टन के सापेक्ष 12 जनवरी के प्रातः 09 बजे तक प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार 01 लाख 36,147.97 मीदिक टन धान की खरीद की जा चुकी है जो लक्ष्य के 52.11 प्रतिशत है। भुगतान के बारे में जानकारी देते हुये बताया कि अब तक मण्डी परिशद के द्वारा 61 प्रतिशत, पीसीएफ के द्वारा 37 प्रतिशत, नेफेड के द्वारा 61 प्रतिशत, एनसीसीएफ के द्वारा 55 प्रतिशत तथा खाद्य निगम के द्वारा 81 प्रतिशत तक भुगतान कर दिया गया है, जिस पर जिलाधिकारी ने कहा कि भुगतान की स्थिति में सुधार लाते हुये एक सप्ताह के अन्दर कम से कम 75 से 80 प्रतिशत तक सुनिश्चित करायें।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी श्री यू0पी0 सिंह, उप जिलाधिकारी सदर गौरव श्रीवास्तव, मडिहान रोशनी यादव, लालगंज जंग बहादुर, चुनार सुरेन्द्र बहादुर, डिप्टी आर0एम0ओ0
धनन्जय सिंह, ए0आर0कोआपरेटिव के अलावा सभी एजेसियों के अधिकारी व केन्द्र प्रभारी उपस्थित रहे।