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उत्तर प्रदेशचंदौलीआई रेड ऐप से सड़क दुर्घटना पर रोक लगाएगी सरकार।

आई रेड ऐप से सड़क दुर्घटना पर रोक लगाएगी सरकार।

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आए दिन हो रहे सड़क हादसों पर अंकुश लगाने के लिए केंद्र सरकार ने नई कवायद शुरू की है।भारत सरकार के सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने एनआईसी के साथ मिलकर एकीकृत सड़क सुरक्षा डेटाबेस तैयार करने के लिए विकसित किया है।15 मार्च से लांच हो रहे इंटीग्रेटेड रोड एक्सीडेंट डेटाबेस आई राइट पर जिले में होने वाली दुर्घटनाओं का ब्यौरा दर्ज किया जाएगा। इसके अध्ययन आईआईटी मद्रास के विशेषज्ञ करेंगे।इसी आधार पर हादसों पर रोक लगाने की योजना तैयार की जाएगी। ऐप में कार्य कैसे करना है । इसका ड्राई रन शनिवार को अलीनगर जीटी रोड पर किया गया।

विकसित किए गए आई रेड ऐप को फिलहाल पुलिस विभाग,परिवहन विभाग स्वास्थ्य विभाग और राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग के साथ-साथ लोक निर्माण विभाग के लोगों को इस्तेमाल करने के निर्देश दिए गए हैं ।15 मार्च से लांच हो रहे इस ऐप के लिए परिवहन विभाग और पुलिस विभाग के कर्मचारियों को जिला विज्ञान सूचना अधिकारी मोहम्मद सरोका के निर्देशन में रोल आउट मैनेजर गौरव पांडेय द्वारा प्रशिक्षण दिया जा चुका है। इसके तहत शनिवार को अलीनगर जीटी रोड पर ऐप का ड्राई रन भी हुआ ।इस दौरान जिला विज्ञान अधिकारी मोहम्मद सरोका, रोल आउट मैनेजर गौरव पांडेय,आर आई ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट अशोक यादव, प्रभारी निरीक्षक अलीनगर संतोष कुमार सिंह,एसएसआई रमेश यादव,एसआई श्रीकांत पांडेय, राजकुमार पांडेय,नीरज सिंह आदि मौजूद रहे।

सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि वर्ष 2019 में 1लाख 12हजार215 लोगों की मौत होने की घटनाओं में हुई थी। वर्ष 2020 में 68 दिनों के लॉक डाउन के कारण इस संख्या में कमी आई ।लेकिन अप्रैल से जून तक दुर्घटनाओं की संख्या 50 हजार से अधिक रही। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि वर्ष 2019- 20 में का कर्नाटक में सबसे अधिक मार्ग दुर्घटनाएं हुई थी।

दुर्घटना की जानकारी मिलने पर मौके पर पहुंचने वाले पुलिसकर्मी को ऐप पर हादसे से जुड़ी जानकारियां जैसे हादसे की तारीख,समय,दुर्घटना स्थल, संबंधित वाहन,दुर्घटना का संभावित कारण आदि अपलोड करना होगा ।अपलोड होते ही पूरा ब्योरा स्वास्थ्य विभाग परिवहन विभाग और राष्ट्रीय राजमार्ग के पास पहुंच जाएगा ।संबंधित विभाग इसमें अपने स्तर से संबंधित कार्रवाई करेंगे।

जिला सूचना एवं विज्ञान अधिकारी मोहम्मद सरोका बताते हैं कि डाटाबेस तैयार करने के बाद इसका पूरा विश्लेषण आईआईटी मद्रास के विशेषज्ञ करेंगे।विश्लेषण के अनुसार मार्ग दुर्घटनाओं को रोकने और सड़क सुरक्षा की दिशा में बेहतर कार्य करने की नई नीति तैयार की जाएगी।

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