Chandauli : बिजली कटौती और ट्रांसफार्मर जलने की समस्या को लेकर पूर्व सांसद रामकिसुम ग्रामीणों संग एक्सईएन चन्दौली कार्यालय पहुँचे.जहां उन्होंने ग्रामीणों की समस्या से एक्शन को अवगत कराया. लेकिन विद्युत व्यवस्था ठीक किए जाने के आश्वासन के बजाय प्रतिकूल जवाब मिलने की बात पर शुरू हुई तू तू मैं मैं के बाद पूर्व सांसद रामकिशन यादव एक्सईएन पर भड़क गए और जमकर खरी खोटी सुनाई.साथ ही योगी सरकार को जन विरोधी बताते हुए कटघरे में खड़ा किया.
दरअसल पूर्व सांसद रामकिसुन यादव सैयदराजा इलाके दुधारी तेंदुआन ग्रामीणों के साथ चन्दौली स्थित बिजली विभाग के ऑफिस पहुँचे. जहां पहले एसडीओ और बाद में कार्यालय पहुँचे एक्सईएनसंजीव कुमार संग ग्रामीणों की बिजली समस्या को साझा किया. कहा की ट्रांसफार्मर बदले जाने के बाद भी बार बार जल जा रहा है. जिसके बाद एक्सईएन ने विद्युत दुर्व्यवस्था ठीक किए जाने के साथ बिजली बिल जमा किये जाने बात कहने लगे. जिसको लेकर पूर्व सांसद रामकिसुन यादव व एक्सईएन के बीच तू तू मैं मैं शुरू हो गया. जिसके बाद पूर्व सांसद भड़क गए. कहा कि एक तरफ सरकार ग्रामीणों को रोस्टर के अनुसार बिजली आपूर्ति का दावा कर रही , वहीं स्थानीय अधिकारी उपभोक्ताओं की समस्या की उपेक्षा कर रहे हैं. तेंदुहान के ग्रामीण समस्या के बाबत कई बार सक्षम अधिकारियों से शिकायत कर चुके है. लेकिन अधिकारी कुछ भी सुनने को तैयार नहीं है.
बात यही नहीं खत्म हुई आगे एक्सईएन ने अधीनस्त को निर्देशित किया कि जिन लोगों का बिजली बिल जमा न हो उनका कनेक्शन काट दें. जिसपर पूर्व सांसद प्रतिकार करते हुए उल्टा बिजली विभाग को ही चोर बताते हूए कहा कि उद्योगपतियों को मुफ्त बिजली देकर विभाग अवैध वसूली करता है. यह बात किसी से छिपी नहीं है.
उन्होंने कहा की बिजली विभाग के एमडी से लेकर एक्सईएन तक कह रहे है. पुर्वांचल में विद्युत बिल का 25 प्रतिशत ही भुगतान किया जा रहा है.तो क्या पुर्वांचल के लोग भीख मांगने वाले समझते हो. चन्दौली धान का कटोरा है यहां को मुख्य आमदनी का स्रोत कृषि है. लेकिन उनकी सिचाई के लिए स्वतंत्त्र फीडर को 24 घंटे लाइट नहीं मिल रही है. जिससे फसल सुख रही है.
योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह सरकार जनविरोधी है. यह उद्योगपति का पैसा माफ कर सकती है. लेकिन गरीब किसानों को रियायत नहीं दे सकते है. चुनाव के दौरान मुफ्त बिजली ,आधा बिजली, 300 यूनिट मुफ्त बिजली देने की बात कही थी. लेकिन आज किसानों की समस्या सुनने वाला कोई नहीं है.बिजली बिल के नाम पर प्रताड़ित करने का काम किया जा रहा है है.
खास बात यह है कि छह हाल किसी एक गांव का नहीं है. बल्कि जिले भर के लोग ट्रांसफार्मर जलने की समस्या से ग्रसित है.सदर में 300 सौ से ज्यादा ट्रांसफार्मर जलने की की शिकायत है. अगर जिले बभर में ट्रांसफार्मर जलने की बात करें तो यह आंकड़ा करीब 1 हजार के आसपास चला जायेगा. भाजपा की सरकार में बिजली व्यवस्था पूरी तरह चौपट है. किसान परेशान और जनता हलकान है.बिजली व्यवस्था दुरुस्त करने को बजाय लॉलीपॉप थमाने का काम हो रहा है.