रिपोर्ट राहुल पटेल
गाजीपुर । मुहम्दाबाद कोतवाली अंतर्गत 10 मार्च को स्थानीय व्यवसाई विनोद कुमार गुप्ता पुत्र रामेश्वर प्रसाद के घर पर बदमाशों ने एक बड़ी चोरी की घटना को अंजाम दिया। जिसमें व्यवसाई द्वारा बीस लाख से ज्यादा मूल्य के नगद और जेवरात के चोरी होने की रिपोर्ट लिखाई थी। जिसके बाद पुलिस हरकत में आई और जरिए सीसीटीवी और सर्विलांस जब इस मामले का खुलासा तो सब चौंक गए, क्योंकि इस चोरी की बड़ी घटना को अंजाम देने वाला कोई और नहीं पीड़ित विनोद गुप्ता की बहन का अपना दामाद प्रशांत गुप्ता निवासी भेलूपुर, वाराणसी था। जिसने अपने तीन अन्य साथियों के साथ घटना को अंजाम दिया था।
एसपी गाजीपुर ओमवीर सिंह ने मामले का खुलासा करते हुए मास्टर माइंड और उसके साथियों को मीडिया के सामने पेश किया और बताया कि घटना वाले दिन शाम को विनोद गुप्ता किसी पारिवारिक कार्यक्रम में परिवार समेत घर में ताला बंद करके बाहर गए थे, ये बात रिश्तेदार प्रशांत को पता थी और वो अपने साथियों के साथ मौका देखकर नकब लगाकर ताला तोड़कर घर में घुस गया और चोरी की बड़ी वारदात को अंजाम दे दिया। इस घटना की जानकारी जब पुलिस को हुई तो घर में लगे सीसीटीवी और सर्विलांस की मदद से पुलिस ने इस मुश्किल केस को जब हल किया तो इनका खास रिश्तेदार ही इस बड़ी चोरी की घटना का मास्टर माइंड निकला। पुलिस ने मुख्य आरोपी प्रशांत गुप्ता, उसका सहयोगी अनुराग रावत निवासी हिमलासा, जिला सागर, मध्यप्रदेश, एक अन्य सहयोगी अभिषेक यादव, नगवा थाना लंका वाराणसी को 8 लाख 25 हजार नगद रुपए, लगभग 16 लाख से ज्यादा मूल्य के जेवरात, हथियार और जिंदा कारतूस के साथ गिरफ्तार कर जेल भेजा जा रहा है