लोक निर्माण विभाग के फर्जी जवाब को लेकर युवाओं के तेवर सख्त आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन का मामला
डॉ महेंद्र नाथ पांडे के नाम के साथ छपी थी खबर
दैनिक समाचार पत्रों के साथ हुआ धोखा
गलत खबर के प्रकाशन की शिकायत करेगा मोर्चा



चंदौली| दिनांक 27,3 ,2021 को धरारा अमावल मार्ग निर्माण काम लोक निर्माण विभाग से शुरू हुआ यह खबर 28 मार्च 2021 को दैनिक समाचार पत्रों में प्रकाशित हुई कि लोक निर्माण विभाग के द्वारा कार्य का शुभारंभ दैनिक अखबार पत्रों के माध्यम से जनता को प्राप्त हुआ यह कार्य 1 साल पूर्व ही पास हो चुका था लेकिन जब इस कार्य को आदर्श आचार संहिता में शुरू कराया गया तो आरटीआई कार्यकर्ता शैलेंद्र पांडे एडवोकेट ने विभाग को पत्र लिखकर इस बात को जानने की कोशिश की कि आखिर यह कैसे और बिना जनप्रतिनिधि के आदर्श आचार संहिता में शुरू कराया गया है शैलेंद्र पांडे के पत्र का जवाब लोक निर्माण विभाग के एक्सईएन के द्वारा काफी टालमटोल करने के बाद दिया गया लेकिन जवाब देख कर के दैनिक समाचार पत्रों की खबर पर ही प्रश्नचिन्ह खड़ा हो गया शैलेंद्र पांडे एडवोकेट के पत्र के जवाब में लोक निर्माण विभाग ने बताया कि विभाग द्वारा आदर्श आचार संहिता में कोई कार्य शुरू नहीं कराया गया है जो कि आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद वह कार्य शुरू कराया गया और वहां विभाग के जेई प्रवीण सोनकर भी मौजूद दिखाई दे रहे हैं लगातार कई पत्र जब लोक निर्माण विभाग को दिए गए लेकिन अब लोक निर्माण विभाग के पास किसी भी प्रश्न का कोई जवाब नहीं है वह गलत जवाब दे कर के टालमटोल कर रहा है अब प्रश्न यह उठता है कि दैनिक समाचार पत्रों को भी गुमराह करने का कार्य लोक निर्माण विभाग ने किया है कि कुछ लोगों ने अपने फायदे के लिए इस पूरे मामले की जांच के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को दोबारा पत्र लिखकर जांच की मांग की डिपार्टमेंट के खिलाफ आंदोलन की तैयारी भी तेज हो गई है और बिना किसी भारतीय जनता पार्टी के जनप्रतिनिधि या किसी भी जिम्मेदार पदाधिकारी के अनुपस्थिति में डॉ महेंद्र नाथ पांडे का नाम पेपर और अखबारों में छप करके जिस तरीके से आदर्श आचार संहिता में कार्य की शुरुआत करा कर के अपने निजी लाभ के लिए इस तरह का कृत्य किया गया है सभी दैनिक समाचार पत्रों के संपादकों को इस बाबत जानकारी देकर गुमराह करने का जो काम किया गया है इसके लिए युवा संघर्ष मोर्चा विषय को आगे तक पहुंचाएगा शैलेंद्र पांडे एडवोकेट ने कहा कि विभाग द्वारा जिस प्रकार से गुमराह करके डॉ महेंद्र नाथ पांडे का नाम उछाल करके छल किया गया है यह दुर्भाग्यपूर्ण है और जब तक je प्रवीण सोनकर को निलंबित नहीं किया जाता है मोर्चा का आंदोलन चलता रहेगा