अयोध्या । मिल्कीपुर तहसील क्षेत्र की एक ग्राम पंचायत के राशन कार्ड सूची में दर्ज एक महिला के पति एवं मां के नाम की जगह अपशब्द अंकित है। विभाग की वेबसाइट पर राशनकार्ड में तीन-तीन जगह पर अश्लील शब्द अंकित होने का मामला सोशलमीडिया पर खूब उछल रहा है।
लोग केन्द्र सरकार सहित सूबे के मुख्यमंत्री तक को टैग करते हुए इस भद्देपन के लिए जिम्मेदारों के खिलाफ कार्यवाही की माँग कर रहे हैं। हालांकि पूर्ति निरीक्षक मिल्कीपुर द्वारा गरीब महिला का राशन कार्ड सूची से डिलीट कर दिया गया है। वहीं दूसरी ओर खाद्य विभाग की ओर से जारी किए गए राशन कार्ड में दर्ज नामों में हेरा फेरी किए जाने का मामला समूचे क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गया है।
अब पूर्ति निरीक्षक मिल्कीपुर द्वारा पात्रता सूची से महिला का नाम डिलीट किए जाने के बाद पीड़ित महिला कार्ड धारक राशन कार्ड के लिए तहसील का चक्कर लगाने को मजबूर है। अब राशन कार्ड अभद्र गालियों का इस्तेमाल करते हुए फीडिंग किए जाने के मामले में गरीब परिवार का राशनकार्ड कटना खता किसी की सजा किसी और को मिलने वाली बात हो गई है।
बताया गया कि मिल्कीपुर ब्लॉक क्षेत्र की ग्राम पंचायत अस्थना के पात्र गृहस्थी राशन कार्ड सूची में क्रमांक 266 पर राशन कार्ड संख्या 217740401034 महिला नारायन देई का नाम दर्ज था। महिला का आरोप है कि पहले उसके राशन कार्ड से इकलौते बेटे का नाम काट दिया गया। इसके उपरांत उसके पति और मां के नाम के स्थान पर अश्लील शब्दों का अंकन करते हुए राशन कार्ड में फीड कर दिया गया। उक्त ग्राम पंचायत के कोटेदार बाबूराम जिनकी दुकान का क्रमांक 20470189 है। महिला को अपने राशन कार्ड में पति और मां के नामों में हेराफेरी करते हुए अभद्र शब्दों को अंकित किए जाने की जानकारी गांव के कुछ लोगों द्वारा दी गई। जिसके बाद कार्ड धारक महिला नारायन देई के होश उड़ गए। बीते 11 फरवरी की रात करीब 10 बजे महिला के उक्त राशन कार्ड में की गई छेड़छाड़ और अभद्र फीडिंग की जानकारी मिलते ही सप्लाई इंस्पेक्टर मिल्कीपुर लालमणि के हाथ-पांव फूल गए और उन्होंने आनन-फानन में कंप्यूटर ऑपरेटरों को बुला कर महिला का राशन कार्ड गांव पंचायत की पात्र गृहस्थी पात्रता सूची से ही खारिज कर दिया।
अब राशन कार्ड काट दिए जाने के बाद महिला को खाद्यान्न सहित आवश्यक वस्तुएं नहीं मिल पा रही हैं। इस प्रकार से खता किसी की और सजा किसी और को भुगतना पड़ रहा है। मामले में जब पूर्ति निरीक्षक मिल्कीपुर लालमणि से बात की गई तो उन्होंने बताया कि संभवतः किसी जन सेवा केंद्र द्वारा महिला के राशन कार्ड में छेड़छाड़ की गई।
हालांकि राशन कार्ड को डिलीट करवा दिया गया है। ऐसे में आपूर्ति महकमें की गोपनीयता को लेकर भी सवालिया निशान उठने लगा है। क्योंकि संबंधित तहसील के राशन कार्ड सहित अन्य अभिलेखों के कंप्यूटरीकरण रखरखाव की आईडी और पासवर्ड केवल उस तहसील के पूर्ति निरीक्षक के जानकारी में ही होता है। अब ऐसे में पूर्ति निरीक्षक मिल्कीपुर द्वारा जन सेवा केंद्र संचालक द्वारा बदमाशी किए जाने का राग अलापा जाना पूरी तरह से बलहीन नजर आ रहा है। क्योंकि जन सेवा केंद्र से नए राशन कार्ड सहित अपडेशन के लिए ही ऑनलाइन प्रणाली में खाद्य विभाग की ओर से फीडिंग किए जाने की छूट दी गई है। जबकि जन सेवा केंद्र संचालक द्वारा फीड किए गए संबंधित दस्तावेजों को वेरीफाई करने की जिम्मेदारी आईडी और पासवर्ड धारक पूर्ति निरीक्षक की होती है।