The news point : जिले के रामगढ़ बैराठ निवासी शिक्षक धर्मेंद्र कुमार सिंह की मुजफ्फरनगर में गोली मारकर हत्या कर दी गई. साथ गए सिपाही ने ही घटना को अंजाम दिया. तंबाकू न देने पर सिपाही ने कारबाइन से शिक्षक पर फायर झोंक दिया. इससे उनकी मौत हो गई. सूचना के बाद पहुंची स्थानीय पुलिस घटना की छानबीन में जुटी रही.
शिक्षक धर्मेंद्र कुमार, संतोष कुमार दो चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों जितेंद्र मौर्या और कृष्ण प्रताप के साथ वाहन से यूपी बोर्ड की कापियां प्रदेश के विभिन्न जिलों में जमा कराने के लिए वाराणसी से 14 मार्च को निकले थे. उनके साथ गारद के तौर पर उपनिरीक्षक नागेंद्र चौहान व मुख्य आरक्षी चंद्रप्रकाश को भेजा गया था. रास्ते में प्रयागराज, शाहजहांपुर, पीलीभीत, मुरादाबाद, बिजनौर में कापियां जमा कराते हुए 17 की रात मुजफ्फरनगर पहुंचे थे. कापियां एसडी इंटर कालेज में जमा करानी थी, लेकिन रात में कालेज का गेट बंद होने पर गाड़ी बाहर लगाकर रुके थे.
पुलिस के मुताबिक रात 1:30 बजे कंटेनर कॉपियां लेकर एस इंटर कॉलेज के गेट के बाहर पहुंचा. गेट बंद होने के कारण कंटेनर को बाहर खड़ा कर दिया और ड्राइवर के केबिन में दरोगा वह एक अन्य अध्यापक आराम करने लगे, जबकि पीछे की तरफ हेड कांस्टेबल चंद्रप्रकाश, सहायक अध्यापक धर्मेंद्र कुमार और दो चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी आराम कर रहे थे.
बताया गया की हेड कांस्टेबल नशे में थे और वह बार-बार सहायक अध्यापक धर्मेंद्र कुमार से तंबाकू मांग रहे थे. रात होने के कारण सहायक अध्यापक ने मना कर दिया था. बावजूद इसके हेड कांस्टेबल सहायक अध्यापक पर दबाव बना रहे थे. इसकी शिकायत सहायक अध्यापक ने मोबाइल पर आगे बैठे दरोगा से भी की लेकिन जब तक दरोगा जी उतरकर पीछे आते, इस बीच हेड कांस्टेबल चंद्र प्रकाश ने सहायक अध्यापक धर्मेंद्र कुमार पर कार्बाइन से गोलियां बरसा कर हत्या कर दी.
जानकारी मिलते ही रात में पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और हेड कांस्टेबल को हिरासत में लेकर कोतवाली आ गए. पुलिस ने सहायक अध्यापक का शव मर्चरी भेज दिया और उनके स्वजन को सूचित कर दिया. एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत ने बताया, हेड कांस्टेबल से पूछताछ की जा रही है और उनके अधिकारियों के साथ ही परिजनों को भी घटना की सूचना दे दी गई है.