The news point : जिले में शिक्षक की निर्मम हत्या को लेकर शिक्षक संघ में है आक्रोश है. जिसे व्यक्त करते हुए तीनों केन्द्रो पर अध्यापकों ने मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार कर दिया है. इसके साथ ही पीड़ित परिवार के लिए आर्थिक मुआवजे की मांग को लेकर अड़े है, और दोषी को कड़ी सजा देने की मांग भी रखी गई है.
विदित हो कि चंदौली जिले के तीन कॉपी मूल्यांकन केंद्रो पर मूल्यांकन के लिए एकत्रित शिक्षकों को जैसे ही पता चला कि उनके एक साथी धर्मेंद्र कुमार को सुरक्षा कर्मी द्वारा गोली मार दी गई है, तो नाराज शिक्षकों ने पहले तो मृतक को श्रद्धांजलि देते हुए मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार किया और फिर उसे व्यथित परिवार को आर्थिक मुआवजा एवं दोषी को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग को लेकर मूल्यांकन के कार्यों का बहिष्कार कर दिया.
वही अध्यापकों ने यह भी बताया कि यदि दोषी की गिरफ्तारी नहीं की जाती है, और ना ही उसे सजा दी जाती है तो आगे प्रदेश नेतृत्व के द्वारा लिए गए निर्णय के अनुसार आगे भी बहिष्कार जारी रहेगा।
इस दौरान शोक सभा में सम्मिलित रहे बृजेश सिंह, वीरेंद्र सिंह, रजनीश, अरुण मौर्य, अमरेंद्र, इमामुद्दीन, रजत कुमार, अजय कुमार पांडेय ,सुनील कुमार ,अशोक कुमार, आनंद प्रकाश सिंह ,रजनीश, दशरथ प्रसाद, राजनाथ, चंद्रशेखर सिंह, अमित, संजीव, कार्तिक तथा सत्य मूर्ति ओझा, रमाशंकर तिवारी सहित अन्य शिक्षक गण उपस्थित रहे।