- धरहरा के विवाद की पृष्ठभूमि पर युवा संघर्ष मोर्चा संयोजक शैलेंद्र पांडे एडवोकेट ने खुलकर दिया बयान
- पूर्व थानाध्यक्ष ने भी आग में घी डालने का किया काम
सकलडीहा । युवा संघर्ष मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने सकलडीहा सहित पूरे जनपद में बढ़ रहे धर्मांतरण के खिलाफ अभियान छेड़ने की शुरुआत कर दी है युवा संघर्ष मोर्चा के संयोजक शैलेंद्र पांडे एडवोकेट ने बताया की इस अभियान को मजबूत करने के लिए वैदिक रक्षा मंच का गठन कर धर्म की रक्षा के लिए कार्यकर्ता आर पार की लड़ाई के मूड में है 26 दिसंबर 2014 को धरहर ग्राम सभा को व्यक्तियों को फर्जी मुकदमे में फंसा कर धर्मांतरण को बढ़ाने वाले और दलित समाज के हिंदू धर्म को मानने वाले लोगों को लालच देकर के जो धरहरा ग्राम सभा में एक जमीन तैयार करके धर्मांतरण को बढ़ाया जा रहा है और धर्म के नाम पर लालच देकर के ईसाई बन कर जो लाभ लिया जा रहा है और उसके बाद दलित व वंचित को लालच में फंसा कर के इस आधार पर धर्मांतरण को आगे बढ़ाने का काम किया जा रहा है इसका खुलकर विरोध होगा शैलेंद्र पांडे ने कहा कि 24 अप्रैल 2021 को ईसाई धर्म से जुड़े हुए लोगों की बैठक धरहरा में हो रही थी जिसकी सूचना तत्काल दी गई और उस मीटिंग में खुलेआम ईसाई धर्म का प्रचार प्रसार कर लालच देने वालों के साथ प्रत्याशियों ने खड़े होकर के उनकी सहायता करने की बात कही ।
जब इस संदर्भ में थानाध्यक्ष को बताया गया तो चुनावी बैठक समझ कर के उसको समाप्त करा दिया लेकिन वह बैठक धर्म को बढ़ाने के लिए और ईसाई धर्म के प्रचार प्रसार के लिए और उन को संरक्षण देने के लिए हो रही थी शैलेंद्र पांडे ने कहा कि इसकी सूचना तत्काल एसडीएम सकलडीहा को दी गई जिन्होंने उस मामले को संज्ञान में लेते हुए पुलिस को कार्रवाई करने के लिए कहा और सकलडीहा कोतवाल मौके पर तत्काल पहुंचे और हिदायत दी जिसके ऊपर अभी तक कोई विधिक कार्यवाही नहीं हुई है इस पूरे मामले में ईसाई धर्म का प्रचार प्रसार करने वाले लोगों ने वहां पर आकर के ईसाई धर्म का विरोध करने वाले अमावल गांव निवासी महेश सिंह की हत्या के पीछे भी वही सिंडिकेट जिम्मेदार है इनका पता नहीं चला वहीं दूसरी तरफ 15 जुलाई2020 को ईसाई धर्म का विरोध करने वाले कृपा शंकर पांडे के ऊपर भी जो हमला किया गया उसमें भी ईसाई धर्म को बढ़ावा देने वाले लोगों का हाथ है और दलित बस्ती में जाकर कि यह कहा गया कि जिन जिन व्यक्ति ने धर्मांतरण का विरोध किया है उनसे बदला लिया जाएगा उसी क्रम में 15 जुलाई को कृपा शंकर पांडे के परिवार के ऊपर हमला किया गया था क्योंकि 27 दिसंबर 2014 को हुए फर्जी मुकदमे में कृपा शंकर पांडे को आरोप पत्र दाखिल किया गया है इस मामले से अनजान पूर्व थानाध्यक्ष ने इस घटना में संलिप्त हो करके करवाई करना उचित नहीं समझा जिसकी वजह से धरहरा ग्राम सभा में पृष्ठ भूमि विवाद की खड़ी हो गई और पूरे मामले में उनकी लीपापोती ने धरहरा गांव के माहौल को और समाप्त कर दिया।
आज स्थिति तनावपूर्ण जरूर बनी हुई है लेकिन धरहर ग्राम सभा के लोग शांति बनाए हुए हैं मोर्चा के संयोजक शैलेंद्र पांडे ने बताया कि ईसाई धर्म को बढ़ाने के लिए जिस प्रकार से दलितों का दुरुपयोग और लालच देकर के चुनावी जीत हासिल करने के लिए किया गया है और उसमें से ज्यादा दलित बस्ती के लोगों ने पीजी कॉलेज और इंटर कॉलेज की जमीन को कब्जा करके सरकारी लाभ प्राप्त कर लिया गया है जो युवा संघर्ष मोर्चा की तरफ से अभी तक रुका हुआ है और ऐसे लोगों को सरकारी पट्टे का लाभ दिलवाने का भी प्रयास जारी है की वहां पर सिंडिकेट तैयार रहें और चुनाव के साथ-साथ धर्मांतरण को भी बल मिल सके जो युवा संघर्ष मोर्चा को अभी तक रुकवाने की वकालत भी की है और सकलडीहा पीजी कॉलेज और इंटर कॉलेज की जमीन से चारावास विस्थापित करने का आदेश भी हो गया है शैलेंद्र पांडे ने कहा कि जिस तरीके से धरहरा धर्मांतरण के प्रचार प्रसार का केंद्र बन चुका है वह आने वाले भविष्य के लिए एक बहुत बड़ा धार्मिक संकट है और हिंदू देवी देवताओं का अपमान करके ईसाई धर्म के प्रचार प्रसार के लिए एक सिंडिकेट और उनको संरक्षण देने वाले प्रधान के पद के प्रत्याशियों के द्वारा जो चुनावी माहौल खराब किया गया है यह दुखद है 25 अप्रैल की घटना जो धरहरा ग्राम सभा में घटी है वह भी पूरी तरह से पहले से तय थी और धार्मिक रूप से 24 तारीख को ईसाई धर्म के प्रचार प्रसार के लिए धार्मिक बैठक का बदला लेने को उद्देश्य से उसको प्लान किया गया था और उन लोगों को एकाएक भारी से भारी संख्या में वहां पहुंचकर बवाल करना और पुलिस को दोषी ठहराना भी पहले से इसकी भूमिका तैयार कर ली गई थी शैलेंद्र पांडे ने कहा कि अगर इस मामले की पूरी तरह से छानबीन कर ली जाए तो बहुत सारे लोग और जो लोग धर्म बदल कर के करके लाभ ले रहे हैं उनकी भी पूरी जांच कराई जाएगी और ईसाई धर्म का प्रचार प्रसार कर के धर्मांतरण को रोका जाएगा।