Loksabha Chunav : 2024 के रण में 38 बनाम 26 का मुकाबला, शुरू हो गया बैठकों का दौर
Loksabha Chunav : देश में लोकसभा के चुनाव(Loksabha Chunav 2024) में 1 वर्ष से भी कम का समय बचा हुआ है और इसको लेकर सभी दलों ने अपनी तैयारियों को पुख्ता करना शुरू कर दिया है। इसी के क्रम में विपक्षी दलों ने भी सरकार के खिलाफ कमर कसते हुए कुल 26 दलों का अपना समूह बनाया है जिसमें उत्तर प्रदेश से समाजवादी पार्टी(Samajwadi Party) , बिहार से राष्ट्रीय जनता दल(Rashtriya Janata Dal) और जनता दल यूनाइटेड(Janta Dal United) और दिल्ली से आम आदमी पार्टी(Aam Aadmi Party) पश्चिम बंगाल से तृणमूल कांग्रेस(Trinamool Congress) जैसे मुख्य विपक्षी दलों सहित कुल 26 दलों ने एनडीए के खिलाफ चुनाव लड़ने के लिए बिगुल फूंक दिया है। इसी के क्रम में आज बेंगलुरु(Bangalore) में सभी विपक्षी दलों की बैठक हुई जिसमें एक साथ मिलकर चुनाव लड़ने का संकल्प लिया गया।इस बैठक में कुल 26 दल उपस्थित रहे
विपक्ष की बैठक में ये दल हुए शामिल(These parties participated in the meeting of the opposition)
विपक्ष की कवायद को देखते हुए भाजपा की अगुवाई में एनडीए ने भी अपनी तैयारियों को रफ्तार दे दिया है इसी के क्रम में आज नई दिल्ली में एनडीए की भी बैठक हुई। एनडीए की बैठक में ये दल होंगे शामिल
बीजेपी (भारतीय जनता पार्टी)
एआईएडीएमके (ऑल इंडिया अन्ना डीएमके) -शिवसेना (एकनाथ शिंदे गुट)
रालोसपा (राष्ट्रीय लोक समता पार्टी उपेन्द्र कुशवाहा)
एसबीएसपी (सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी ओम प्रकाश राजभर)
बीडीजेएस (केरल)
केरल कांग्रेस (थॉमस)
गोरखा नेशनल लिबरेशन फ्रंट
जनातिपथ्य राष्ट्रीय सभा
एनपीएफ (नागा पीपुल्स फ्रंट)
यूडीपी (यूनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी)
एचएसडीपी (हिल स्टेट डेमोक्रेटिक पार्टी)
जन सुराज पार्टी (महाराष्ट्र)
प्रहार जनशक्ति पार्टी (महाराष्ट्र)
इन दलों पर सस्पेंस बरकरार
ओडिशा की बीजद, आंध्र प्रदेश की वाईएसआर कांग्रेस समेत कई दल ऐसे हैं, जिन्होंने अपने पत्ते नहीं खोले हैं. ये दल न अभी बीजेपी के साथ आए हैं और न ही कांग्रेस के नेतृत्व वाले विपक्षी महाजुटान में.
बीजद, वाईएसआर कांग्रेस के अलावा इन दलों में जद(एस), बसपा, अकाली दल, तेलुगू देशम पार्टी और बीआरएस जैसे बड़े नाम शामिल हैं. ये पार्टियां अभी किसी भी खेमे में नहीं गई हैं.
बीआरएस को छोड़ दें, तो बाकी 6 दल (बीजद, वाईएसआर , जद(एस), बसपा, अकाली दल, टीडीपी) नए संसद के उद्घाटन के मुद्दे पर बीजेपी को समर्थन दे चुके हैं. इन दलों के पास लोकसभा में करीब 50 से ज्यादा सांसद हैं. माना जा रहा है कि ये पार्टियां चुनाव नतीजों के बाद अपने पत्ते खोल सकती हैं।