मां विंध्यवासिनी मंदिर के गर्भगृह में दर्शन के दौरान दर्शनार्थी को बाहर निकालने को लेकर हुआ विवाद,सीओ सिटी ने सीसी कैमरा फुटेज की जांच कर दोषी पुलिसकर्मी पर कार्रवाई की बात कही।
मिर्जापुर । मां विंध्यवासिनी मंदिर के गर्भगृह में दर्शन के दौरान दर्शनार्थी को बाहर निकालने को लेकर विवाद हो गया। जिसके बाद पुलिसकर्मियों ने दर्शनार्थी की पिटाई कर दी। यही नहीं पिटाई करते हुए दर्शनार्थी को थाने ले गए। दर्शनार्थी ने पुलिस पर पिटाई करने का आरोप लगाया। दर्शनार्थी किसी बड़े पुलिस अधिकारी का रिश्तेदार भी बताया जा रहा है। जिसके बाद विंध्याचल पुलिस मामले में समझौता करने में लग गई। मामले की जानकारी होने पर सीओ सिटी ने सीसी कैमरा फुटेज की जांच कर दोषी पुलिसकर्मी पर कार्रवाई की बात कही।
प्रतापगढ़ से संतोष दुबे अपने परिवार के 10 लोगों के साथ दो चार पहिया वाहन से विंध्याचल पहुंचे। जहां रास्ते में कंतित शरीफ के पास रूट डायवर्जन के कारण उनके अमरावती चौराहे की तरफ से विंध्याचल मंदिर भेजा गया। संतोष दुबे अपने परिवार के साथ मां विंध्यवासिनी मंदिर पहुंचे। निकास द्वार पर खड़े पुलिसकर्मी ने उन्हें धक्का देकर बाहर कर दिया। जिस पर परिवार के लोगों विरोध किया। इस पर वहां खड़े पुलिसकर्मियों ने संतोष दुबे की जमकर पिटाई कर दी और उन्हें मारते हुए कोतवाली सदर मार्ग से थाना विंध्याचल ले आए। पीड़ित परिवार के सभी सदस्य थाने पहुंचकर इस बात का विरोध करने लगे। पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग करने लगे। पीड़ित संतोष दुबे ने बताया कि कंतित शरीफ के पास थानाध्यक्ष ने कहा था कि आप सभी दर्शन के लिए जाइए। मंदिर पर तैनात पुलिसकर्मी आपको दर्शन पूजन करा देंगे। जिसके बाद ऐसी घटना हुई।