बारह वर्षीय “”प्लाजो मिश्रा””” के नाम से गाँव में मशहूर है बाल कलाकार प्रियांशु
रोहनिया/-प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र अंतर्गत काशी विद्यापीठ ब्लाक के सगहट गांव निवासी बारह वर्षीय प्लाजो मिश्रा उर्फ प्रियांशु गुरु इस आधुनिक हाईटेक दुनिया मे कदम ना रखते हुए ताम्र पाषाण काल के दुनिया को सहेजने में जुटे है।बाल कलाकार प्लाजो मिश्रा के नाम से मशहूर बाल कलाकार प्रियांशु वर्तमान समय मे खराब पड़े रद्दी कपड़ो को काट-जोड़कर उसे जुगाड़ डॉट कॉम के माध्यम से नई नई डिजाइन व लुक देकर उसे प्रयोग करने के लिए तैयार करते है।मीडिया से बात-चीत करते हुए प्रियांशु मिश्रा उर्फ प्लाजो वाले मिश्रा जी ने कहा कि मैं पापा के मोबाईल यूट्यूब पर वीडियो देखा था कि खराब पड़े कपड़ो को किस तरह डिजाइन कट जोड़कर करके उसे उपयोगी बनाया जाता है बस उसी तरह बनाकर पहनता हूँ।घर मे खराब पड़े रद्दी कपड़ो को मैं फेंकने नही देता हूँ उसको काट जोड़कर पहनने के लिए तैयार करता हूँ अभी कुछ दिनों पहले मेरे दीदी को पहनने के लिए बाजार से प्लाजो आया था जो नीचे से फट जाने के कारण खराब हो गया था जिसे फेंकने के लिए लोग जा रहे थे लेकिन जब मैं देखा तो उसे लेकर नीचे फटे हुए प्लाजो के शेष अंश को काटकर अलग करते हुए दैनिक जीवन काल मे उपयोग करने हेतु हाफ पैंट बनाकर तैयार कर दिया और उसे मैं पहनता भी हूँ मैं सभी लोगो को बताना चाहता हूं कि घर मे पड़े किसी खराब रद्दी सामानों को फेंके नही दिमाक लगाकर उसका उपयोग करे।फोटो*