सहायक कार्यकर्ता बना पशु डॉक्टर लगाया पशु चिकित्सा केन्द्र का साइन बोर्ड,कल तक सहायक आज डॉक्टर बना चर्चा का विषय



पशु चिकित्सा केन्द्र का साइन बोर्ड लगाकर घर पर इलाज करने के मामला पकड़ा तूल,बोले जिम्मेदार सहायक किया है गलत कार्य यह नियम विरुद्ध
रोहनिया -आराजी लाइन विकास खण्ड के ग्राम पंचायत भीखमपुर बभनियाव में पशु चिकित्सा विभाग के डॉक्टरों के साथ रहने वाला सहायक खुद बन गया पशु डॉक्टर घर पर बड़ा साइन बोर्ड लगाकर करने लगा पशुओं के अनेकों प्रजाति के इलाज का मामला प्रकाश में आया है।प्राप्त जानकारी के मुताबिक ढढोरपुर में स्थित पशु चिकित्सा केन्द्र पर तैनात पशुधन प्रसार अधिकारी जयप्रकाश गुप्ता ने क्षेत्र में अपने सहयोग के लिए सीडीटीआरआई प्रशिक्षित प्रदीप कुमार माथुर को सहायक कर्मचारी के रूप में रखकर कार्य करवा रहे थे कुछ दिन कार्य करने व कार्य विधि को देखने के बाद सहायक प्रदीप के दिमाक की बत्ती जली और वह खुद पशुओं का इलाज करने के लिए पशु डॉक्टर बन गया और फिर क्या प्रदीप ने अपने भीखमपुर आवास पर बड़ा सा साइन बोर्ड बनाकर उस पर मोटे हेडिंग में लिख दिया “” कृत्रिम गर्भाधान एवं पशु चिकित्सा केंद्र”” जर्सी,फिजिशियन,मुर्रा,भदावरी,सिंहरोधन,बधिकरण आदि का इलाज कराये,24 घण्टे सेवा उपलब्ध।उक्त बोर्ड के लगते ही गाँव मे चर्चा का बाजार गर्म हो गया देखते ही देखते उक्त फर्जी क्रिया कलाप की जानकारी ग्रामीणों द्वारा पशुधन प्रसार अधिकारी को दी गयी,सूचना मिलते ही विभाग में हड़कम्प मच गया।वही इस बाबत पशुधन प्रसार अधिकारी जेपी गुप्ता का कहना है कि सहायक का कार्य होता है क्षेत्र में पशुओं के इलाज के समय हम लोगो का सहयोग करना टीकाकरण करना,सीमन इत्यादि लेकिन साइन बोर्ड लगाकर पशु चिकित्सा केन्द्र घर पर खोलने का अनुमति किसी ने नही दिया है और ना ही विभाग द्वारा मिलती है।सहायक प्रदीप कुमार माथुर द्वारा जो साइन बोर्ड लगाकर लोगो को भ्रमित करने का कार्य किया गया है वह गलत है,जाँचो प्रांत आवश्यक कार्यवाही विभाग द्वारा की जायेगी।