- स्कूल खुलने के बाद बच्चों को संक्रमण से रखें सुरक्षित
- कोविड नियमों का करायें पालन
- सफाई पर दें, विशेष ध्यान
- दोस्तों के घर न जाने की दें हिदायतें
चन्दौली : जिला अधिकारी संजीव सिंह ने कहा कि कोरोना के कहर से हम सब वाकिफ हैं। इससे बचने के लिए लगातार प्रयास भी किए जा रहे हैं।
जिले में स्कूल खुलने के बाद कोरोना वायरस से बचाव के लिए साफ-सफाई और सावधानी के साथ ही स्कूल खोले जाने की सभी स्कूल प्रबन्धकों हिदायतें दी गयी हैं। अब स्कूल प्रबन्धकों की ही नहीं बल्कि समुदाय के हर व्यक्ति को कोविड प्रोटोकाल का पालन करने के लिए अपनी ज़िम्मेदारी निभानी होगी।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ वी पी द्विवेदी ने बताया कि लोगों से यह अपील की जाती है की अभी कोरोना का खतरा टला नहीं है | लोगों में यह भ्रम हो गया है की ,कोविड टीकाकरण के बाद कोरोना नहीं हो सकता है | जिस वजह से लोगों में कोरोना प्रोटोकॉल को लेकर असावधानी देखी जा रही है | लेकिन तीसरी लहर को रोकने व खुद और अपने परिवार के सदस्यों की सुरक्षा हमें स्वयं करनी है। इसके लिए समझदारी के साथ कदम बढ़ाने की जरूरत है। क्योंकि अब बच्चे भी घरों से बाहर निकल रहे हैं | बच्चों के लिए कोरोना के सभी सुरक्षा मानकों और प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करना होगा |
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आर बी शरण ने कहा कि अब बच्चों के स्कूल खुल चुके है | बच्चे किसी भी संक्रमण से जल्दी प्रभावित होते हैं, इसलिए उन्हें स्कूल भेजने से पहले कोरोना वायरस के बारे में पूरी जानकारी जरूर दें। इसके साथ ही उन्हें यह भी समझाएं कि जब वे घर से बाहर जाएं तो उन्हें किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए। यह ज़िम्मेदारी सभी को निभानी होगी।
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डॉ आर बी शरण ने सभी प्रबंन्धकों और परिवार के सदस्यों से यह अपील कि है, अब तक जिन लोगों ने कोविड टीकाकरण नहीं कराया है वह सभी लोग टीकाकरण अवश्य करायें। स्कूल प्रबंधक अपने सभी स्टाफ कर्मियों का कोविड टीकाकरण होने कि पुष्टि करें | स्कूल में बच्चों की संख्या ज्यादा होती है |जिसके मद्देनजर स्कूल की साफ–सफाई पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है | परिवार के सदस्य बच्चों की विशेष निगरानी करें | घर के सभी सदस्य टीका जरूर लगवायें। दवाई और कडाई के साथ कोविड प्रोटोकॉल का पालन अवश्य करें, जिससे सभी सुरक्षित रह सकेंगे।
बच्चों को जब स्कूल भेजें तो उन्हें हाथों को सेनेटाइज करने के बारे में जानकारी दें। घर आने पर पूंछे कि स्कूल में कितनी बार हाथों को सेनेटाइज़ किये ।
अधिकतर बच्चों की आदत होती है कि वे लिखते या पढ़ते समय चीजें मुंह में डालते हैं, जैसे पेन या पेंसिल या नाखून । उन्हें इसके लिए सख्ती से मना करना होगा।
- ध्यान रखने योग्य बातें-
- सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ख्याल रखने के लिए कहें।
- दोस्तों से मिलते वक्त उनसे हाथ न मिलाएं, गले न लगें।
- बार-बार चेहरे पर हाथ लगाने के लिए मना करें और इस बात का भी ध्यान रखें कि आपके गैर मौजूदगी में वे इन सभी बातों का ख्याल रखें।
- बेंच या कुर्सियों को हाथ लगाने के बाद हाथों को सेनेटाइज करें।
- छींकते या खांसते समय मुंह पर रुमाल का इस्तेमाल करें |
- जुकाम या खांसी से पीड़ित साथी से करीब 2 मीटर की दूरी बना कर रखें।
- वॉशरूम का इस्तेमाल करने पर गेट को खोलने का तरीका सिखाएं। सीधे हाथों से न खोले, कोहनी का सहारा लें।
- स्कूल से घर में आने पर अपने जूते-मोजों को बाहर ही उतारें और बिना किसी चीज को छुएं सीधे नहाने जाएं। उसके बाद ही परिवार के संपर्क में आएं।
- स्कूल से आने के बाद पेन और पेंसिल को प्रति दिन साफ करें।
- दोस्तों को न तो अपना पानी लंच दें ,और न ही उनका स्तेमाल करें |
- मास्क उपयोग की जानकारी दें, मुंह से बार-बार मास्क नीचे न करें |