ग्राम सभाओं में इन दिनों मनरेगा के तहत युद्ध स्तर पर कच्चे कार्य कराए जा रहे हैं। इसमें महिलाएं भी बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रही हैं। मनरेगा में लगभग तीन सप्ताह से विकास खंड सकलडीहा के डेवढिल गांव में माइनर,नाली आदि की खुदाई में जुटी महिलाओ को काम के अवसर मिल रहे हैं।
गांव के कार्य में मुंशी की कार्य कर रहे गीता देवी ने बताया कि मनरेगा के तहत रोजगार मिलने से गांव की महिलाएं बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रही है। इससे रोजगार के अवसर मिल ही रहे हैं ।साथ ही परिवार का भरण पोषण भी हो जा रहा है। राजकुमारी ने बताया कि हम महिलाएं नाली व माइनर की खुदाई में लगभग दो सप्ताह पूर्व से जुटी हैं। इससे गांव में विकास कार्य को गति मिल रही है। वही हम लोगों को दो जून की रोटी की व्यवस्था भी हो जा रही है। इंदिरा देवी ने बताया कि गांव में काम मिलने से हम लोगों को पुरुषों के भरोसे पर नहीं रहना पड़ता है। अपनी आवश्यकता स्वयं को पूरा करने में मनरेगा मदद कर रहा है। इतवारी देवी ने बताया कि अगर गांव में इसी तरह रोजगार या काम मिले तो पुरुषों के भरोसे हम लोगों को रहने की जरूरत नहीं होगी। इससे परिवार के विकास की बागडोर अपने हाथों में करने की ताकत हम लोगों को मिलेगी।
ठंड के मौसम में इन दिनों रोजगार और कामों में कमी आई है। महंगाई इस कदर बढ़ी है कि लोगों को काम नहीं मिल पा रहा है। इस स्थिति में गरीब परिवार के लोगों के लिए मनरेगा संजीवनी का काम कर रहा है।




रमेश खरवार
ग्राम प्रधान डेवढिल