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श्री काशी विश्वनाथ गली में है ढुंढिराज गणेश मंदिर
– फोटो : अमर उजाला
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काशी खंड के प्रथम पूज्य ढुंढिराज गणेश के जीर्णोद्धार का विवाद शांत हो गया है। अन्नपूर्णा मंदिर के महंत और ढुंढिराज गणेश मंदिर के महंत ने भी काशीवासियों द्वारा मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए अपनी सहमति दे दी है। महंत ने साफ कहा है कि मंदिर का जीर्णोद्धार स्थान परिवर्तन के बिना ही होगा।
ढुंढिराज गणेश मंदिर के महंत की पत्नी चंदा देवी ने शनिवार को मंदिर के सुंदरीकरण का अधिकार पत्र काशी की जनता को सौंप दिया। उन्होंने अजय शर्मा, उपेंद्र विनायक सहस्त्रबुद्धे, संतोष पाटिल, ऋषि झिंगरन, संजीव रतन मिश्रा समेत 11 सदस्यीय समिति को अपना अधिकार पत्र दिया। उन्होंने अपने पत्र में कहा है कि ढुंढिराज गणेश मंदिर पर मेरा आधा ही विधिक अधिकार है।
शेष आधा अधिकार अन्नपूर्णा मंदिर के पास है। इसलिए काशी की जनता और भक्तों की आस्था को देखते हुए मैं अपने आधे हिस्से को बगैर यथास्थान परिवर्तित किए और शास्त्रीय विधि-विधान से सुंदरीकरण करवाने की अनुमति देती हूं। अन्नपूर्णा मंदिर के महंत शंकर पुरी ने कहा कि मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए काशी की जनता के सहयोग का स्वागत है।
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