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बिहार में मैट्रिक के बाद अभियंत्रण डिप्लोमा पाने वाले अब इंटरमीडिएट के समतुल्य माने जाएंगे। हालांकि इसके लिए उन्हें मैट्रिक के बाद 3 वर्षीय अभियंत्रण डिप्लोमा लेना होगा। ऐसे छात्र अब इंटरमीडिएट विज्ञान संकाय के समकक्ष माने जाएंगे। संयुक्त समिति की सिफारिशों के बाद शनिवार को शिक्षा मंत्री ने इस पर सैद्धांतिक सहमति देते हुए इस संबंध में आदेश निर्गत करने को कहा। उन्होंने विभाग के अधिकारियों से इसको लेकर तमाम प्रक्रियाएं पूरी करने को भी कहा है। इसके पहले कई छात्रों ने शिक्षा मंत्री से मिलकर इस संबंध में अपनी समस्याएं रखी थी। उन्होंने डिप्लोमा के समतुल्य इंटरमीडिएट विज्ञान को रखने का अनुरोध किया था।
शिक्षा मंत्री ने शिक्षा विभाग को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग से संपर्क स्थापित कर एक संयुक्त समिति के गठन का निर्देश दिया था। समिति को इसपर विचार कर अपनी रिपोर्ट देनी थी। समिति ने दोनों को समतुल्य मानते हुए अपनी सिफारिशें दी हैं। इसी के आधार पर शिक्षा मंत्री द्वारा सहमति देते हुए दोनों को समतुल्य मानने का पत्र जारी करने का निर्देश दिया है।
प्रौद्योगिकी विभाग और शिक्षा विभाग ने लिया निर्णय
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग और शिक्षा विभाग द्वारा समेकित रूप से यह निर्णय लिया गया है। इसे अधिसूचित किया जा रहा है। मैट्रिक उत्तीर्ण करने के पश्चात 3 वर्षीय अभियंत्रण डिप्लोमा के प्रमाण पत्र को इंटरमीडिएट विज्ञान के समकक्ष मान्यता दिए जाने की मांग छात्र संगठनों द्वारा लंबे समय से की जा रही थी।
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