[ad_1]




आम बजट से उम्मीद विषयक संवाद में काशी के उद्यमी व कारोबारी
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
आम बजट से पहले काशी के उद्यमी व कारोबारियों ने वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) और इनकम टैक्स के स्लैब में बदलाव की मांग रखी है। चांदपुर स्थित अमर उजाला कार्यालय में आम बजट से उम्मीद विषयक संवाद में मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर को और मजबूत बनाने की बात कही गई। जब मैन्यूफैक्चरिंग को बढ़ावा मिलेगा, तभी रोजगार की संभावनाएं बढ़ेंगी।
उद्यमी व कारोबारियों ने बनारस में एक और बड़ा सरकारी कारखाना खोलने की मांग रखी। उनका कहना है कि बनारस रेल इंजन कारखाना (बरेका)के बाद कोई बड़ा कारखाना नहीं खुला है। कारखाना खुलने का सबसे बड़ा लाभ शहर के छोटे उद्यमियों को मिलता है। एक सुर में ऑनलाइन कारोबार करने वाली कंपनियों के खिलाफ सख्ती की मांग रखी गई। कहा गया कि ऑनलाइन कंपनियां नुकसान उठाकर कारोबार कर रही हैं। इसके पीछे का मकसद भारत के छोटे कारोबारियों को जड़ से मिटाना है। इसे सरकार को भी समझना होगा।
बिजली दरों में कटौती से उद्यमियों को राहत मिलेगी
उद्यमी हरिवंश सिंह ने कहा कि मध्यम वर्गीय उद्योगों को कच्चा माल खरीदने पर अनुदान देना चाहिए। अवधेश गुप्ता ने कहा कि जीएसटी में रियायत देने का वादा किया गया था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इसका प्रावधान आम बजट में किया जाना चाहिए। गौरव गुप्ता ने कहा कि बिजली दरों में कटौती से उद्यमियों को राहत मिलेगी। उत्पादन बढ़ेगा तो रोजगार की संभावनाएं बढ़ेंगी।
Source link