कोरोना संक्रमित मुर्दो के साथ आये परिजन बिना मास्क बाजार में दुकानों पर दिख रहे



रामेश्वर नव युवा समिति व ग्रामीणों का एक प्रतिनिधि मंडल रामेश्वर चौकी प्रभारी से मिला,लगा तत्काल वैरियर
विकास श्रीवास्तव
वाराणसी/-कोरोना संक्रमण काल मे लगातार हो रही भारी मौतों के चलते ग्रामीण क्षेत्र के रामेश्वर श्मशान घाट (मुक्ति धाम) पर मुर्दो की आमद लगातार दिन-रात बढ़ गई है।शव में आने वाले लोगों की भी संख्या अचानक बढ़ गई,वही कोरोना गाइड लाइन का वगैर अनुपालन किये बिना मास्क लगाए चाय-पान के दुकानों पर भीड़,दर्जनों चारपहिया गाड़ियों के जमावड़ा व शवों के जलने से उतपन्न धुओं से आस पास के निवासियों में दहशत व्याप्त है।प्रतिदिन 20 से ऊपर शव जलने से उठ रहे धुंए-दुर्गंध,सुरक्षा के बाबत लगाए गए बास बल्ली को चारपहिया वाहन द्वारा रात में तोड़ दिए जाने से आस पास के परिवारीजन परेशान हैं। आज शनिवार को नव युवा समिति रामेश्वर व ग्रामीणों का एक प्रतिनिधि मंडल रामेश्वर चौकी प्रभारी मोहम्मद शाबान से मिलकर समस्या से अवगत कराया।उचित मांग को देखते हुए तात्कालिक रूप से रामेश्वर चौकी व अस्पताल के पास युवाओ से वैरियर लगवाया।जिस पर लिखा गया कि एक शव के साथ पांच अन्य ही लोग श्मशान घाट जा सकते हैं।बिना मास्क टहल रहे लोगों पर दिन में कई बार जांच कर कड़ाई का निर्देश पुलिस बल को दिया।वहीं आज कोइराजपुर हरहुआ से शव के साथ आये प्रवेश पांडेय ने बताया कि श्मशान घाट पर अवैध वसूली का कारोबार तेजी पर है। मोल-भाव किये जाने पर पीड़ित परिजनों का कोई सुनने वाला नहीं है।स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार रात के अंधेरे में मुर्दो और चार पहिया,दोपहिया वाहनों की संख्या अधिक होती है। भीड़ भाड़ से आजीज कुछ चौधरी (डोम राजा) परिवार की ओर से भीड़ नियंत्रण के लिए रास्ते मे बांस का बैरियर लगाया गया है बावजूद छोटे वाहन घुसकर घाट पर अनावश्यक भीड़ में वगैर कोरोना नियमों का पालन करते वार्ता में मशगूल और शराब, गांजा का सेवन करते दिख जाते हैं।रामेश्वर महादेव मंदिर के मुख्य मार्ग जहां भक्तों का दर्शन पूजन के लिए आना जाना होता है वहाँ तक चारपहिया गाड़ियों की कतार तो शवयात्री टहलते अक्सर दिख जाते रहे जिन्हें स्थानीय लोग मन्दिर मार्ग का हवाला देकर प्रवेश करने से रोकने का कार्य कर रहे थे।आज वैरियर लग जाने से स्थानीय व्यवसायियों,बाजार वासियों,भक्तजनों व ग्रामीणों ने राहत की सांस ली।श्मशान घाट रामेश्वर का अब तक 50 वर्षो का रिकार्ड टूटा जहाँ दिन रात लगातार शव जलाए जा रहे हैं।लकड़ी की कमी तक पड़ गई जिसकी व्यवस्था डोम परिवार ने की है।आस पास के मुर्दो के साथ लोग लकड़ी भी साथ लेकर आ रहे हैं और अंतिम संस्कार कर वापस जा रहे है।कोरोना में लगातार मौतों व लगे चिता को देख लोग दहशत में जी रहे हैं।पिंडरा से शव में आये रामबली,सूर्यबली व छोटेलाल ने घाट पर सरकारी व्यवस्था की इच्छा व्यक्त की।वैरियर खड़े होकर अपने मौजूदगी में लगवाने के उत्तम कार्य के लिए चौकी प्रभारी मोहम्मद शाबान की सामाजिक संगठनों ने प्रशंसा की है।