ये है सदर ब्लाक चन्दौली के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत धनेजा का पंचायत भवन
गांव के इस पंचायत भवन में न बिजली है , न खिड़किया हैं , न दरवाजे हैं, न कोई शौचालय है , और ना ही कोई बाउंड्री वॉल सब कुछ ध्वस्त हो चुका है ।
सफाई तो लगभग 5 वर्षों में कभी हुई ही नही ?
निर्माण समाप्त होते ही खंडहर में तब्दील होने वाला जिले का एकमात्र ऐसा पंचायत भवन बन गया जहां विगत 5 वर्षों से भिन्न भिन्न जानवर ही रहते हैं ।
पूर्व ग्राम प्रधान अजय प्रताप सिंह ने कभी इसकी ओर देखा और ना ही सोचा! अधिकारियों को भी कभी इसकी कोई सुध नहीं रही ..
नव निर्वाचित ग्राम प्रधान डॉ मन्नू शर्मा जी का कहना है कि अगर उन्हें बजट मिलता है तो वह यहां जिले का सबसे भव्य पंचायत भवन निर्माण कराने कार्य संपन्न करेंगे , साथ ही साथ उन्होंने यह भी कहा की इसको ठेकेदारों को हाथों ना दिया जाए क्योंकि वो केवल औपचारिकता पूरी कर पुरा बजट पास करवा लेते हैं ।
तो वहीं गांव के लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए बताया कि ये जिले का सबसे पिछड़ा गांव है जहां न कभी सांसद जी आए होंगे और न ही कोई अधिकारी ?
यहां टूटी सड़कें , रोड पर बहता हुआ नाली का पानी , पंचायत भवन सटी हुई खंडहर कुटिया , गांव के तालाब व पोखरे पर अतिक्रमण , गांव कि अंधेरी गलियां , खुली हुई नालियां और साफ गलियों की साफ सफाई आज भी विकास की राह देख रहे हैं ।







