समुदाय की सुरक्षा में एएनएम, आशा व संगिनी का दिखा उत्साह,विभाग और लोगों का जीता वश्वास
चंदौली | कोरोना महामारी के दौर में कोरोना वॉरीयर्स (योद्धाओं) ने अपनी जान की बाजी लगा कर कोरोना संक्रमण को हराने और संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए आशा/आशा संगिनी, एएनएम ने कड़ी मेहनत की है| जिलाधिकारी संजीव सिंह ने कहा कि कोरोना योद्धाओं में अगर कोई जमीनी स्तर पर काम करके निकला है तो उनमें सबसे आगे की पंक्ति में आशा कार्यकर्ता, आशा संगिनी व एएनएम शामिल है| लॉकडाउन के दौर से कोविड-19 टीकाकरण में भी एक बेहद अहम कड़ी के रूप में देश के प्रति सच्ची सेवा भाव के साथ अपना कर्तव्य निभा रही हैं |
कोरोना काल में योद्धाओं की प्रथम पंक्ति में खड़ी आशा संगीता सिंह ब्लॉक धानापुर ने बताया की लॉकडाउन के दौरान सरकार के आदेश का पालन करते हुये,मलिन बस्ती व ग्रामीण क्षेत्र में राशन सामाग्री पहुचाने का काम की, गर्भवती, बुजुर्ग व होम आइसोलेशन मरीजों की दवा उनके घर जा कर देती थी | अपने क्षेत्र के सभी घरों में अपना फोन नंबर दिया, रात या दिन किसी भी समय मदद के लिए हमें फोन करे | मेरा पति नहीं है,सास और मेरी बेटी के सहयोग से मैं लोगों की मदद कर सकी| अनलॉक से अब तक 44 प्रसव व 40 से ज्यादा गर्भवती को टीका, जांच के साथ ही 9 से 12 माह के 46 व 16 से 24 माह के 44 एवं 2 से 5 वर्ष तक के 32 बच्चों का टीका एवं जांच करवायी | 60 वर्ष से ऊपर के 80 से ज्यादा लोगों का कोविड टीकाकरण करवायी|




आयुष्मान भारत पखवाड़ा के तहत ब्लॉक पर लगे कैंप में 44 लोगों का गोल्डेन कार्ड बनवायी | आज मेरे क्षेत्र के लोग मेरी सेवा भाव को देख कर मेरा सम्मान करते है और यह मेरा सौभाग्य है|
कोरोना योद्धा की दूसरी महत्वपूर्ण स्तंभ बनी ब्लॉक धानापुर एएनएम मुन्नी सिंह ने कहा की लॉकडाउन के दौरान से अब तक जिन कार्यों की ज़िम्मेदारी हमे दी गई मैं उसे पूरा की | लोगों की सेवा करने से मुझे खुशी मिलती है और मैं जब तक जीऊंगी तब तक लोगों की सेवा करती रहूँगी | लॉकडाउन में स्थानीय व प्रवासी लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण की ,सुबह 8 से शाम 7 तक घर-घर जा कर लोगों की जांच व गर्भवती महिलाओं व बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण कर टीका लगायी |




कोविड टीकाकरण के लिए जागरूक कर 80 से ज्यादा लोगों को केंद्र पर ले कर गई | कोविड टीकाकरण में मेरी ड्यूटी नहीं लगायी है लेकिन मैं अपने ब्लॉक के घर -घर जा कर टीका लगवाने के लिए लोगों को प्रेरित कर रही हूँ | लॉकडाउन से अब तक गर्भवती महिलाओं का 353 प्रसव करवायी,अब तक 210 गर्भवती महिलाओं को टीका लगायी|अप्रैल से अब तक 9 से 12 माह के 159 व 16 से 24 माह के 127 व 2 से 5 वर्ष के कुल 129 बच्चों को टीका लगायी |
जिला कम्यूनिटी प्रोसेस प्रबंधक (डीसीपीएम) सुधीर राय ने कहा जिला कम्यूनिटी प्रोसेस प्रबंधक सुधीर राय ने बताया कि जिले में 1895 आशा , रेगुलर एएनएम व संविदा एएनएम 305 , साथ ही जिले में उपकेंद्र 248 के साथ , सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र 4 व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र 6 साथ ,अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र 23 व जिले में 2 जिला अस्पताल व 1 राजकीय महिला चिकित्सालय सेवा दे रहे है |
कि लॉकडाउन के दौरान आशा/आशा संगिनी व एएनएम कार्यकर्ता घर-घर जा कर व बाहर से आ रहे लोगों का थर्मल स्क्रीनिंग करना, लोगों को स्वास्थ्य संबंधी जानकारी देना, बुखार, सर्दी, खांसी की जांच करना, जांच में पॉज़िटिव लोगों को अस्पताल में भर्ती करने,होम आइसोलेशन वाले लोगों का प्रतिदिन निगरानी करने का भी काम की |
लॉकडाउन के दौरान सबसे महत्वपूर्ण ज़िम्मेदारी कुपोषण एवं मातृ व शिशु मृत्यु दर की रफ्तार को कम करने की ज़िम्मेदारी आशा/एएनएम पर ही रही है।
कोरोना का मात देने के लिए कोविड-19 टीकाकरण शुरू होने के साथ ही टीका के लिए लोगो प्रेरित करना,उन्हे चिन्हित कर सूची तैयार कर उन्हे कोविड टीका केंद्र लाना | साथ ही आयुष्मान भारत योजना के गोल्डेन कार्ड उपलब्ध कराने के लिए ब्लॉक स्तरीय लगे कैंप में लाकर उनका ऑनलाइन पंजीकरण करवाने के साथ ही विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान के लिए घर-घर जाकर लोगों को संचारी रोगों से बचाव के उपाय,लक्षण एवं निकटतम स्वास्थ्य केंद्र के बारे में जानकारी उपलब्ध भी करा रही हैं|