हर गांव से एक प्रधान का चयन कर इस बार पंचायत चुनाव के पारदर्शिता का रखा जाएगा ख्याल
युवा संघर्ष मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने अब पूरे जनपद के भ्रष्टाचार तथा धार्मिक आतंकवाद को रोकने के लिए हर गांव से एक प्रधान का चयन करने का मन बना लिया है युवा संघर्ष मोर्चा के संयोजक शैलेंद्र पांडे एडवोकेट ने कहा की चुनावी प्रक्रिया में भाग लेकर के जिन लोगों ने चुनाव लड़ा है उनका उनके ग्राम सभा में बहुत दोहन हुआ है और कई लोगों ने चुनाव जीतने के लिए धनबल का अकूत इस्तेमाल किया है धन लेने के बाद भी कई लोगों ने वोट नहीं दिया और जिन लोगों ने चुनाव जीता है उनका भारी मात्रा में पैसा खर्च हुआ है वह विकास करने के बजाय पहले उस धन को भ्रष्टाचार करके प्राप्त करने के उद्देश्य से कार्य करेंगे लेकिन एक विजील ब्लोवर की तरह हर ग्राम सभा में एक व्यक्ति निगरानी के लिए होना चाहिए इस पूरे विषय को देखते हुए युवा संघर्ष मोर्चा हर ग्राम सभा में 1-1 प्रधान पढ़ा-लिखा नौजवान इमानदार तय करेगा जो ग्राम सभा के लिए विपक्ष की भूमिका के साथ-साथ स्वयं बिना वित्तीय एवं प्रशासनिक अधिकार के ग्राम सभा में प्रधानी काम करेगा शैलेंद्र पांडे ने कहा कि प्रधानों के अधिकार की लड़ाई के लिए भी प्रधान संघर्ष मोर्चा का गठन जून में होगा शैलेंद्र पांडे एडवोकेट ने कहा कि चुनावी हिंसा बढ़ने का प्रमुख कारण धन लेकर के वोट ना देना है और धीरे-धीरे प्रधान के प्रति आम जनता की विश्वसनीयता समाप्त हो रही है और चुनाव लड़ने वाला व्यक्ति भी जनता को अच्छे भाव से नहीं देख रहा है पूरी तरह से सत्ता के विकेंद्रीकरण में हो रहे पंचायत चुनाव की विश्वसनीयता धीरे-धीरे जनता और नेता के प्रति समाप्त हो रही है ऐसी परिस्थिति में सेवा भाव से प्रधानी करने वालों की संख्या लगातार कम होती चली जा रही है जो आने वाले समय के लिए ग्राम सभा के सामाजिक समरसता के लिए बहुत बड़ा खतरा है इस पूरे सामाजिक समरसता को तथा सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के साथ-साथ सामाजिक उत्थान के लिए यह कदम बहुत आवश्यक हो चुका है यह प्रक्रिया जून में शुरू हो जाएगी 25 जून को लगभग सभी प्रधानों की घोषणा कर इस लड़ाई को आगे बढ़ाया जाएगा शैलेंद्र पांडे एडवोकेट ने कहा कि भ्रष्टाचार रोकना आज के समय में एक बहुत बड़ी चुनौती है और इसके साथ-साथ धर्मांतरण का कार्य भी पूरे जनपद में खूब चल रहा है इसलिए हर ग्राम सभा में निगरानी आवश्यक हो चुकी है