Chandauli news : जिला न्यायालय एवं जिला मुख्यालय निर्माण संघर्ष समिति का आंदोलन अनवरत 77वें दिन शुक्रवार को भी जारी रहा। इस दौरान सर्वप्रथम अधिवक्ताओं ने राष्ट्रगान के बाद चंदौली कचहरी परिसर का चक्रमण किया और चंदौली के जनप्रतिनिधियों व जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। साथ ही जिले के जनप्रतिनिधियों को आर पार की लड़ाई का अल्टीमेटम भी दे दिया है.
कार्यकारी अध्यक्ष धनंजय सिंह ने कहा कि न्यायालय निर्माण संघर्ष समिति का अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन 77वां दिन बीतने के बाद भी शासन-प्रशासन व कोई भी जनप्रतिनिधि धरनास्थल पर आकर अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन नहीं किया. जबकि सत्तापक्ष के जनप्रतिनिधियों का कर्तव्य है कि जिले की समस्या को सदन में उठाएं और विकास कार्यों को गति प्रदान करें. इसलिए जनता उन्हें अपना जनप्रतिनिधि चुनती है. चुने हुए जनप्रतिनिधि अपने को सांसद विधायक न मानते हुए खुद को विधाता समझते हैं. लेकिन उनको यह ज्ञात नहीं है कि विधाता आमजनता है. कहा कि 30 सितंबर 2023 को कचहरी में सत्ता पक्ष के जनप्रतिनिधियों का पुतला फूंका जाएगा.
इस दौरान चन्द्रभूषण यादव ने कहा कि अधिवक्ता चंदौली के विकास व उसके अधिकारों के लिए लड़ रहे हैं. अधिवक्ताओं के आंदोलन एवं तमाम प्रयास के बावजूद राजनेता व अधिकारी स्थानीय जनता को गुमराह करने का काम कर रहे हैं. सत्येंद्र कुमार बिंद ने कहा कि अधिवक्ताओं की पदयात्रा लखनऊ होते हुए कन्नौज पहुंच चुकी है.इस दौरान जगह-जगह पर स्थानीय लोगों का पदयात्रा में शामिल अधिवक्ताओं में भरपूर समर्थन मिल रहा है.
कन्नौज बार एसोसिएशन के अध्यक्ष विजय कुमार सारस्वत व महासचिव सत्येंद्र प्रताप सिंह के नेतृत्व में कन्नौज के अधिवक्ताओं ने चंदौली के पदयात्रियों का स्वागत एवं सम्मान किया. साथ ही चंदौली के हक में लड़ाई लड़ने की बात कही. यह भी बताया कि इस बाबत एक पत्रक बार काउंसिल आफ उत्तर प्रदेश एवं प्रधानमंत्री के साथ ही मुख्यमंत्री को प्रेषित किया जाएगा.
उन्होंने कहा कि चंदौली के साथ हो रहे अन्याय हो रोकने एवं चंदौली के विकास को सुनिश्चित कराने के लिए कन्नौज के अधिवक्ता कंधे से कंधा मिलाकर आगे लड़ाई में सहयोग प्रदान करेंगे. इस अवसर पर संतोष पाठक, उज्ज्वल सिंह, जितेंद्र श्रीवास्तव, संजीव श्रीवास्तव, महेंद्र चतुर्वेदी, नन्दलाल, पवन दुबे, हरेन्द्र सिंह, प्रतिमा दुबे, पंकज सिंह, विनय सिंह, चन्द्रभूषण यादव आदि उपस्थित रहे. सभा की समाप्ति की घोषणा राजेश दीक्षित व संचालन प्रवीण तिवारी ने किया.