चंदौली:- नेशनल कॉउंसिल ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी कम्युनिकेशन, विज्ञान एवं प्राद्योगिकी विभाग, भारत सरकार, नई दिल्ली के सहयोग से बनारस एजुकेशन एंड रिसर्च फाउंडेशन की ओर से नियामताबाद ब्लॉक अंतर्गत महामृत्युंजय इण्टर कॉलेज, लाखापुर में आयोजित तीन दिवसीय विज्ञान मेला के प्रथम दिन 28 दिसम्बर को प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता सहित अन्य कार्यक्रम आयोजित किये गए। इस अवसर पर पर्यावरण की दुर्दशा पर एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म दिखाई गई। डॉक्यूमेंट्री फ़िल्म दिखाने का मुख्य उद्देश्य वातावरण में दिनों दिन बढ़ रहे प्रदूषण एवं पर्यावरण को हो रहे नुकसान के प्रति लोगों को सचेत और जागरूक करना था। तत्पश्चात छात्रों एवं अध्यापकों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने एवं खाद्य वस्तुओं में की जा रही मिलावट के प्रति सजग करने हेतु स्लाइड शो प्रस्तुत किया गया। साथ ही डायबिटीज़, ब्लड, शुगर, जल, खाद्य पदार्थों में मिलावट की जांच करने के तरीके छात्रों को बताए गए। ताकि घर बैठे वह किसी भी वस्तु की जांच कर सके। प्रतियोगिता में सैकड़ों बच्चों ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया। इस दौरान दिनों दिन बढ़ रहे प्रदूषण से लोगों को जागरूक करने के लिए छात्रों ने नुक्कड़ नाटक का प्रदर्शन किया। बीएचयू के मेडिकल कॉलेज तथा संस्था की तरफ से खाद्य प्रदूषण, स्वास्थ्य जागरूकता आदि पर स्टॉल्स लगायी गई। साथ ही बीएचयू, वाराणसी से आये हुए रिसोर्स पर्सन्स ने छात्रों को जागरूक करने का प्रयास किया। इस अवसर पर लोगों को जागरूक करने के लिए मास्क, सैनिटाइजर, पम्फलेट, ब्रोशर आदि का वितरण किया गया। कार्यक्रम में डॉ ए के उपाध्याय, डॉ एस एस पांडेय, डॉ रश्मि शुक्ला, डॉ जितेन्द्र मिश्रा,, राजनाथ यादव, प्रविरान्त सिंह, प्रधानाचार्य चन्द्रभूषण तिवारी, गौरव तिवारी, अमित तिवारी, राजेश कुमार, बुल्लू यादव आदि का सहयोग रहा।
जरूर पढ़े
Latest News