Chandauli : उत्तर प्रदेश के गौपालकों के लिए खुशखबरी है. जी हां, योगी सरकार ने प्रदेश में गौवंशीय पशुओं की नस्ल सुधार व दुग्ध उत्पादकता में वृद्धि के लिए मुख्यमंत्री प्रगतिशील पशुपालक प्रोत्साहन योजना का शासनादेश जारी किया गया है. इस योजना के तहत प्रदेश के गौ पलको को अधिकतम 2 गायों को खरदने पर 40 हजार रूपए का अनुदान दिया जायेगा तथा प्रत्येक गाय के दुग्ध उत्पादन पर 10-15 हजार रूपए तक की प्रोत्साहन राशि भी प्रदान की जाएगी. इसे लेकर एसएन श्रीवास्तव की अध्यक्षता में शनिवार को कलेक्ट्रेट सभागार में मुख्यमंत्री प्रगतिशील पशुपालक प्रोत्साहन योजना का सफल क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के लिए बैठक की गई.
उत्तर प्रदेश के गौ पालकों की आय बढ़ाने, आत्मनिर्भर बनाने एवं स्वदेशी नस्ल की गायों के प्रति उनका रुझान बढ़ाने के लिए नंद बाबा दुग्ध मिशन के तहत प्रगतिशील पशुपालक प्रोत्साहन योजना, मुख्यमंत्री स्वदेशी गौ-संवर्धन योजना तथा नंदनी कृषक समृधि योजना को शुरू करने की बात कही है.
मुख्यमंत्री स्वदेशी गौ-संवर्धन योजना के माध्यम से प्रदेश में दुग्ध उत्पादन में तेजी लाने के लिए पंजाब से साहिवाल, राजस्थान से थारपारक और गुजरात से गिर जैसी देशी नस्ल की गाय खरीदने पर ट्रांसपोर्टेशन से संबंधित विभिन्न मदों तथा इंश्योरेंस सहित कुल खर्च का 40 प्रतिशत (अधिकतम 40 हजार रुपये) प्रति गाय अनुदान दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री प्रगतिशील पशुपालक प्रोत्साहन योजना के माध्यम से दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि गाय की नस्ल और दूध उत्पादन के हिसाब से प्रदान की जाएगी. जैसे यदि गाय प्रत्येक दिन का 8 से 10 लीटर दूध देती है तो उस पशुपालक को 10 हजार रूपए और यदि गाय प्रति दिन 10 लीटर से अधिक दूध देती है तो 15 हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी. यहाँ ध्यान रखने वाली बात यह है की यह समस्त धनराशि अधिकतम दो देशी नस्ल की गायों की खरीद तथा उनके दुग्ध उत्पादन पर दी जाएगी.