सेवराई। तहसील क्षेत्र के स्थानीय गांव में करोड़ों रुपए की लागत से बनी पेयजल टंकी महज शोपीस साबित हो रही है। कनेक्शन वितरण के बावजूद लोगों को जलापूर्ति नहीं मिलने से लोगों में आक्रोश बना हुआ है। लोगों ने बताया कि इस टंकी पर कोई भी कर्मचारी की नियुक्ति नहीं है जिस समय से जलापूर्ति नहीं मिल पाती एक स्थानीय दुकानदार के द्वारा ही टंकी से पानी चलाया जाता है।
हर घर नल योजना अंतर्गत सेवराई गांव में लोगों के घरों तक शुद्ध पेयजल पहुंचाने के उद्देश्य से करोड़ों रुपए की लागत से पेयजल टंकी का निर्माण कार्य कराया गया था। विभाग के द्वारा गांव की गलियों एवं सड़को को खोद कर उसमें कनेक्शन भी बांट दिया गया। लेकिन जलकर टंकी के ऑपरेटर रूम में किसी कर्मचारी की नियुक्ति न होने से आज भी लोगों को पेयजल मुहैया नहीं हो पा रहा है। वही ठेकेदार के द्वारा तैनात किए गए एक स्थानीय निवासी के द्वारा ही सुबह-शाम जलापूर्ति की जाती है लेकिन विगत दो सप्ताह से जलापूर्ति ना होने के कारण लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं लोगों को हैंडपंप वह समरसेबल का ही सहारा लेना पड़ रहा है।
सेवराई गांव निवासी बलवंत कुशवाहा, दरोगा कुशवाहा, पंकज दुबे, सीता शर्मा, संजू शर्मा आदि ने आरोप लगाया कि वैसे तो कनेक्शन देते वक्त जलकल टंकी से नियमित जलापूर्ति की बात कही गई थी लेकिन आज तक नियमित रूप से जलापूर्ति नहीं हो रही है। किसी समस्या के बारे में कोई अधिकारी के न होने के कारण उसका निस्तारण नहीं हो पा रहा है। लोगों ने उच्च अधिकारियों का ध्यान आकृष्ट कराते हुए जल्द से जल्द समस्या के निस्तारण की मांग की है।