
हंसराजपुर/मनिहारी/गाज़ीपुर/उत्तर प्रदेश
शिकायत के बाद भी अधिकारी बने अनजान
गाजीपुर:- खबर गाज़ीपुर ज़िले से है जहां पर मनिहारी विकासखंड के ग्राम पंचायत हंसराजपुर में स्थित 25 वर्ष पुराना आंगनबाड़ी केंद्र आज जर्जर हालत में मौत को दावत देता नज़र आ रहा है। ग्राम पंचायत और ग्रामीणों की कई बार की शिकायत के बावजूद अब तक इस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है, जिससे क्षेत्रीय लोगों में प्रशासन के प्रति गहरा आक्रोश है। स्थानीय लोगों के अनुसार यह आंगनबाड़ी केंद्र गांव के खेल मैदान के बगल में बना हुआ है। यहां दिनभर बच्चों का आना-जाना रहता है। इसके अलावा वृद्ध महिलाएं, पुरुष और वरिष्ठ नागरिक भी आए दिन इस रास्ते से गुजरते हैं। जर्जर भवन की दीवारें और छत किसी भी समय गिर सकती हैं, जिससे किसी बड़ी अप्रिय घटना की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता।
ग्राम प्रधान हंसराजपुर, ज्ञानेंद्र कुमार गुप्ता उर्फ बबलू ने इस गंभीर समस्या को देखते हुए 28 अगस्त 2025 को जिलाधिकारी गाजीपुर को लिखित प्रार्थना पत्र देकर आंगनबाड़ी केंद्र के ध्वस्तीकरण और पुनर्निर्माण की मांग की थी। जिलाधिकारी द्वारा इसे बाल विकास अधिकारी गाजीपुर को अग्रसारित भी कर दिया गया। इसके बावजूद लगभग तीन सप्ताह बीत जाने के बाद भी संबंधित विभाग ने कोई संज्ञान नहीं लिया।
स्थिति इतनी गंभीर हो चुकी है कि 18 सितंबर 2025 की रात अचानक भवन का एक हिस्सा भरभराकर गिर गया। गनीमत यह रही कि उस समय वहां कोई मौजूद नहीं था, वरना बड़ी जान-माल की हानि हो सकती थी। ग्रामीणों ने बताया कि रात की इस घटना ने प्रशासन की लापरवाही को पूरी तरह उजागर कर दिया है।
ग्रामीणों ने कहा कि यह भवन अब किसी भी पल हादसे का कारण बन सकता है। बावजूद इसके अधिकारी चुप्पी साधे बैठे हैं। गांव के लोग आशंका जता रहे हैं कि यदि जल्द से जल्द भवन को ध्वस्त कर नया निर्माण नहीं किया गया तो किसी भी वक्त बड़ी दुर्घटना हो सकती है। स्थानीय लोगों ने जिलाधिकारी से मांग की है कि इस मामले को तत्काल गंभीरता से लेते हुए आंगनबाड़ी केंद्र का नवनिर्माण कराया जाए, ताकि बच्चों और ग्रामीणों की जानमाल सुरक्षित रह सके। अब देखना यह होगा कि प्रशासन कब नींद से जागता है और कब तक इस लंबित मामले का समाधान करता है।
