Ballia News : आजमगढ़ मंडल की प्रथम आर्यभट्ट खगोलीय विज्ञान प्रयोगशाला में शुक्रवार को शिक्षा क्षेत्र पंदह के शिक्षकों का दो दिवसीय प्रशिक्षण शुरू हुआ। इसमें शामिल शिक्षकों और बच्चों ने सूर्य और चंद्र ग्रहण की स्थिति, ग्रह का भार, ऋतु परिवर्तन, ग्रहों का अपने अक्ष पर घूमना, दिन-रात का होना, न्यूटन के तीनों नियम तथा गुरुत्वाकर्षण के सिद्धांत का प्रमाणित सच देखा। अब तक किताबी ज्ञान के आधार पर खगोलीय और वैज्ञानिक घटनाओं की कल्पना करने वाले छात्र और शिक्षक खुली आंखों से आकाश मंडल की घटनाओं को देख कर काफी रोमांचित हुए।
शिक्षा क्षेत्र पन्दह के उच्च प्राथमिक विद्यालय खेजुरी के प्रांगण में करीब 5 लाख की लागत से बनी मंडल की पहली आर्यभट्ट खगोलीय विज्ञान प्रयोगशाला में आयोजित प्रशिक्षण में गुरुवार को कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय की छात्राओं के साथ अध्यापक भी प्रतिभाग किये। स्पार्क एस्ट्रोनॉमी प्राइवेट लिमिटेड दिल्ली के ट्रेनर निशांत तथागत ने शिक्षकों व विद्यालयीय बच्चों को खगोलीय घटनाओं की जानकारी दी। प्रशिक्षक ने न सिर्फ हर एक बिंदुओं बताया, बल्कि इस अद्भुत प्रयोगशाला की उपयोगिता को भी रेखांकित किया। प्रशिक्षण में खण्ड विकास अधिकारी दीपक कुमार सिंह, खण्ड शिक्षा अधिकारी अनूप कुमार गुप्ता, सहायक विकास अधिकारी अनिल वर्मा इत्यादि मौजूद रहे।