Chandauli news : मुख्यालय स्थित मैक्सवेल इंस्टीट्यूट भवन में गुरुवार की शाम सेवा भारती चंदौली इकाई की ओर से बैठक व गोष्ठी का आयोजन किया गया. इस दौरान बीएचयू के एमपी थीएटर में 21 नवंबर से 26 नवंबर तक आयोजित होने वाले शिवाजी महाराज की जीवनी पर आधारित नाटक ‘जाणता राजा’ के बारे में विस्तार से चर्चा की गई.
इस दौरान कथावाचक सांतनु महाराज ने कहा कि शिवाजी महाराज कौन थे, उनके जीवन की विशेषताएं क्या थी? इसकी झलक ‘जाणता राजा’ महानाट्य में सजीव देखने को मिलेगा. इस नाटक को सजीवता प्रदान करने के लिए 250 कलाकार महाराष्ट्र के पूणे से आ रहे हैं. इसके अलावा नाटक में घोड़े, हाथी को प्रत्यक्ष देखा जा सकेगा. कहा कि आज हम सभी को शिवाजी महाराज के व्यक्तित् व चरित्र जानने की आवश्यकता है, क्योंकि उनकी वीरता, पराक्रम की गाथाएं आज भी प्रासंगिक हैं. वह भी ऐसे दौर में जब देश ने लगभग एक हजार साल की स्वाधीनता को झोला.
उन्होंने कहा कि शिवाजी महाराज ने अपने कौशल, प्रतिभा, समर्पण व दूरदर्शी सोच से हिन्दवी साम्राज्य की स्थापना की थी, जिसका 350वां स्थापना दिवस हम सभी मनाने जा रहे हैं. कहा कि शिवाजी महाराज हम सभी के असली हीरो हैं. वर्तमान व आगे आने वाली पीढ़ियों को उन्हें जानना व समझना होगा, क्योंकि हम वैसा ही व्यवहार करते हैं जैसा कि हम पढ़ते, लिखते और सुनते हैं.
अखिल भारतीय सह व्यवस्थापक प्रमुख अनिल ओक ने कहा कि हमारे देश के कोने-कोने में महापुरुषों ने जन्म लिया. हमें महापुरुषों की तुलना नहीं करनी चाहिए. क्योंकि हमारा देश एक मंदिर के समान है जिसके अलग-अलग हिस्सों में अलग-अलग महापुरुष मूर्तियों के समान विराजमान है. उन्होंने शिवाजी महाराज के पराक्रम पर विस्तार से प्रकाश डाला.
उन्होंने कहा कि शिवाजी महाराज लोकल नहीं, बल्कि ग्लोबल लीडर थे. उनके व्यक्तित्व को आज हम सभी को धारण करने की जरूरत है, ताकि देश की अच्छुणता व एकता बनी रहे. इस अवसर पर विधायक रमेश जायसवाल, विधायक सूर्यमुनि तिवारी, पूर्व विधायक साधना सिंह, कैलाश खरवार, शिवपूजन राम, भाजपा जिलाध्यक्ष काशीनाथ सिंह, अभिमन्यु सिंह, राणा प्रताप सिंह, शिवशंकर पटेल, अनिल यादव, राम पोद्दार, सुषमा जायसवाल, सतीश जिंदल आदि उपस्थित रहे।