शिब्ली इंटर कालेज के पूर्व प्रधानाचार्य हुए गिरफ्तार,प्रबंधक की खोज जारी, 1.22 करोड़ के गबन में थे वांछित
आजमगढ़। संस्थागत छात्रों को वित्तविहीन छात्र बनाकर 1,22,47,036 का गबन करने के आरोपी शिब्ली इंटर कालेज के पूर्व प्रधानचार्य को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी जालंधरी मोहल्ला स्थित उनेक ससुराल से की गई। इस मुकदमें में पूर्व प्रबंधक अब्दुल कय्यूम भी दोषी हैं। मुकदमा प्रबंध कमेटी शिब्ली इंटर कालेज ने दर्ज करवाया है, जिसमें यह गिरफ्तारी हुई है। आरोप है कि कक्षा 6 से 12 तक के अंग्रेजी माध्यम के छात्रों से सत्र 2019-20 और 2020-21 में वित्तविहीन का छात्र बताकर निर्धारित फीस से अधिक की वसूली की गई थी, जिसे स्कूल फंड में जमा नहीं किया गया और जब रिकार्ड माँगा गया तो फर्जी ऑडिट रिपोर्ट लगाईं गई थी।
कालेज प्रबंधक ने दी है कोतवाली में तहरीर
आजमगढ़ कोतवाल ने बताया कि शिब्ली इंटर कालेज के मौजूदा प्रबंधक महफूजुर्रहमान बेग ने शहर कोतवाली में पूर्व प्रबंधक अब्दुल कय्यूम व प्रधानाचार्य निसार अहमद पर मुकदमा दर्ज कराया है। उनकी तहरीर के अनुसार अंग्रेजी के संस्थागत छात्रों के बिना किसी मान्यता के वित्तविहीन का छात्र बनाकर अवैधानिक तरीके से 1 करोड़ 22 लाख रुपए वसूले थे, जो की गलत था। ऐसे में मुकदमा दर्ज कराया गया।
पुलिस की विवेचना में खुला राज
कोतवाल ने बताया कि पुलिस की विवेचना में बात सच साबित हुई जिसके बाद सोमवार को आरोपी पूर्व प्रधानचार्य निसार अहमद को मोहल्ला जालंधरी स्थित उनके ससुराल से गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में निसार ने बताया कि सत्र 2019 -20 और 2020-21 में अंग्रेजी के संस्थागत छत्रों को वित्तविहीन बताकर उनसे अतिरिक्त फीस ली गई थी। इसे स्कूल फंड में जमा नहीं किया गया था। जांच के बाद अधिकारियों ने जब जमा करने के लिए कहा तो जाली दस्तावेज के आधार पर आडिट रिपोर्ट बनवाकर जमा करवाई थी।