रिपोर्ट राहुल पटेल
लखनऊ। पेपर लीक होने के बाद यूपी पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा रद्द कर दी गई है। छह माह के अंदर पूर्ण शुचिता के साथ परीक्षा दोबारा आयोजित की जाएगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बड़ा निर्णय लिया है। हाल में आयोजित हुए यूपी पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा को पेपर लीक होने के बाद रद्द कर दी गई है। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि छह माह के भीतर ही पूर्ण शुचिता के साथ परीक्षा आयोजित की जाएगी।उन्होंने कहा कि युवाओं की मेहनत और परीक्षा की शुचिता से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जाएगी। परीक्षा की गोपनीयता भंग करने वाले एसटीएफ की रडार में हैं। अब तक कई बड़ी गिरफ्तारियां हो चुकी हैं।
इससे पहले उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती के लिए 18 फरवरी को आयोजित परीक्षा के दौरान कृष्णानगर स्थित एक स्कूल में परीक्षार्थी सत्य अमन कुमार के पास मिली सवालों के जवाब की पर्ची से पेपर लीक होने की आशंका जताई जा गई थी। एफआईआर दर्ज कराने वाले इंस्पेक्टर ने भी तहरीर में सुनियोजित तरीके से पेपर लीक होने की बात लिखी थी। वहीं, परीक्षार्थी को सवालों के जवाब व्हाट्सएप पर भेजने वाले आरोपी नीरज को अब तक पुलिस नहीं पकड़ सकी है। आरोपी नीरज को प्रश्नों की जानकारी कहां से मिली, यह अहम सवाल अभी तक अनसुलझा है।
शुक्रवार को समाजवादी छात्र सभा ने आगरा कलक्ट्रेट में जोरदार प्रर्दशन किया था। परीक्षा रद्द कराने की मांग को लेकर राष्ट्रपति के नाम जिलाधिकारी को ज्ञापन भी सौंपा था। परीक्षा को रद्द करने के बाद प्रयागराज, लखनऊ और आगरा जैसे शहरों में छात्रों ने जोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान छात्रों ने बड़ी संख्या में नारेबाजी करते हुए कलक्ट्रेट स्थित जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे थे।