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Ghazipur news: वाह रे! सीएमओ साहब नेकी और पूछ-पूछ, भारत अल्ट्रासाउंड सेंटर को बचाने में जुटे सीएमओ और उनके नोडल


शिकायतकर्ता का दावा सीएमओ के कागजों में बंद हैं भारत अल्ट्रासाउंड लेकिन धड़ल्ले से संचालित हो रहा यह अल्ट्रासाउंड सेंटर



गाजीपुर। वाह रे! सीएमओ साहब नेकी और पूछ-पूछ, भारत अल्ट्रासाउंड सेंटर को बचाने में सीएमओ और उनके नोडल ने पूरी ताकत झोंक दी है।
भारत अल्ट्रासाउंड अभी भी धड़ल्ले से संचालित हो रहा है लेकिन हैरानी की बात तो यह है कि सीएमओ और उनके नोडल के द्वारा कागजों में बंद दिखाया जा रहा है अल्ट्रासाउंड चलने का  जिसका साक्ष्य खुद मेरे पास मौजूद हैं।
यह आरोप कोई और नहीं बल्कि खुद एक शिकायकर्ता ने लगाया है।
स्वास्थ्य विभाग का भी अजीबो-गरीब मामला देखने को मिलता रहता है। कुछ दिनों पूर्व एक ऐसा ही मामला नंन्दगंज के भारत अल्ट्रासाउंड सेंटर का देखने को मिल रहा है। जहां डॉक्टर के दिवंगत हो जाने के बाद भी अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट पर हस्ताक्षर कर दिया जा रहा था । जिसकी शिकायत सीएम, डिप्टी सीएम, समेत सीएमओ के शिकायत के बाद स्वास्थ महकमा में हड़कंप मच गया था। लेकिन उक्त मामले में सीएमओ और उनके नोडल लीपापोती करने में जुटे हुए हैं।


पूरे मामले पर एक नजर –


दरअसल नंन्दगंज स्थित भारत अल्ट्रासाउंड सेंटर के डाॅक्टर विनोद कुमार राय कुछ दिनों पूर्व दिवंगत हो गये थे। लेकिन डॉक्टर के दिवंगत होने के बाद तभी सारे नियमों को ताक पर रखते हुए भारत अल्ट्रासाउंड सेंटर के द्वारा अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट पर डाॅक्टर का हस्ताक्षर कर मरीजों को रिपोर्ट दिया जा रहा था। पड़ताल के बाद पता चला कि 14 मई को भी एक अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट पर हस्ताक्षर कर के दिया गया था।



सीएमओ के कागजों में बंद भारत अल्ट्रासाउंड जमीन पर धड़ल्ले से हो रहा संचालित –


सीएमओ डॉ देश दीपक पाल के कागजों में भारत अल्ट्रासाउंड बंद है लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और बया कर रही है। शिकायतकर्ता ने दावा किया है उक्त अल्ट्रासाउंड सेंटर धड़ल्ले से संचालित हो रहा है जिसका साक्ष्य के रूप में बीते 19 मई की अल्ट्रासाउंड की पर्ची शिकायकर्ता के पास मौजूद हैं वहीं सीएमओ और उनके नोडल द्वारा पूरी तरह से भारत अल्ट्रासाउंड सेंटर को बचाने का प्रयास किया जा रहा है।


सीएमओ आफिस से अधिकारियों के निकलते ही सूचनाएं हो जाती है लिक-


सूत्रों की मानें तो सीएमओ आफिस से अधिकारियों के द्वारा संबंधित शिकायत के जांच करने निकलते ही उसकी सूचनाएं आफिस में बैठे बाबूओं द्वारा लिक कर दी जाती है और लैब/ हास्पिटल संचालक सावधान हो जाते हैं।


वर्जन –


चार मई को नोडल अधिकारी पी.सी.पी.एन.डी.टी और जिला प्रशासनिक अधिकारी प०क० से आकस्मिक निरीक्षण कराया गया उक्त अधिकारी द्वारा अवगत कराया गया कि उक्त अल्ट्रासाउंड कक्ष का सटर बंद पायेंगा बगल के कमरे में पैथोलॉजी संचालित किया जा रहा था।
अल्ट्रासाउंड सेंटर संचालित अवस्था में पाये जाने पर  पी.सी.पी.एन.डी.टी एक्ट में कार्यवाही संपादित की जाएगी – डॉ देश दीपक पाल, सीएमओ गाजीपुर

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