गाजीपुर । सादात कस्बे में शुक्रवार को हैरतअंगेज वाकया हुआ। जहां पुलिस को पीछे आते देखकर थाने के एक हिस्ट्रीशीटर ने कार को लॉक कर दिया और अंदर बच्ची को उसी हाल में छोड़कर मौके से फरार हो गया। जिसके बाद कार के पास पहुंचे पुलिसकर्मियों ने कार के अंदर बंद बच्ची को रोता देखकर कार का शीशा तोड़ा और उसे सुरक्षित बाहर निकालकर उसके परिजनों को बुलाकर उसे सौंप दिया गया। वहीं लावारिस हालत में पड़ी कार को थाने लाकर कार्रवाई की। हुआ ये कि एक कार मुख्य बाजार से पुराने सिनेमा हाल से होते हुए थाने की तरफ जा रही थी। तभी सामने एक बालू लदा ट्रैक्टर आ जाने से रास्ता बंद हो गया और कार फंस गई। तभी पुलिस की गाड़ी पीछे से आ गई तो कार में बैठे हिस्ट्रीशीटर रामअवतार यादव पुत्र कालीचरण यादव निवासी सरदरजहांपुर को लगा कि पुलिस ने उसे पकड़ने के लिए ये घेरेबंदी की है। जिसके बाद वो कार से निकला और सेंट्रल लॉक करके फरार हो गया। घटना के समय उसकी कार में एक बच्ची भी थी। इसके बाद पुलिसकर्मी वहां पहुंचे तो देखा कि ढाई साल की बच्ची अंदर रो रही है। जिसके बाद कार का शीशा तोड़कर बच्ची को बाहर निकाला। इसके बाद किसी तरह से उसके बारे में पता चला कि उसका नाम अनन्या उर्फ परी है और उसके पिता कटयां चट्टी निवासी अनिल राम पूना में मजदूरी करके परिवार का भरण पोषण करता है। कार के अंदर शराब, गिलास व मोबाइल भी मिला। जिसके आधार पर हिस्ट्रीशीटर का पुलिस को पता चल सका। इसके पश्चात बच्ची के परिजनों को जानकारी देने पर उसकी दादी शारदा देवी, मां ज्योति आदि लोग थाने पहुंचे। जिसके बाद पूछताछ की गई तो परिजनों ने बताया कि घर के बाहर खेल रही बच्ची को उक्त युवक ले गया होगा। जिसके बाद पुलिस ने लिखित कार्यवाही के बाद बच्ची को उसके परिजनों को सौंपा और चेतावनी दिया कि भविष्य में ऐसी गलती न हो। इस बाबत एसओ आलोक त्रिपाठी ने बताया कि कार चालक सरदरपुर गांव का रहने वाला रामअवतार यादव पुत्र कालीचरण यादव था, जो थाने का हिस्ट्रीशीटर है। कहा कि उसकी तलाश की जा रही है